विधायक रामलाल शर्मा ने की प्रधानमंत्री मोदी कि तारीफ: स्वच्छता अभियान आज देश का मान बढ़ा रहा हैं
जयपुर: भाजपा प्रदेेश मुख्यालय पर मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने सोमवार को पत्रकारों से रुबरू हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आमजन की पीड़ा को महसूस करते हुए 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान चलाया। लाल किले से प्रधानमंत्री ने कहा कि अपराध की घटनाएं घटित होने का एक कारण घरों में शौचालय का नही होना, अंधेरे का इंतजार करना है। 2 अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच मुक्त घोषित हो गया। कचरे का निस्तारण करने के लिए ओडीएफ प्लस के तहत 53 हजार गॉवों में कार्य चल रहा है। देश में जहां पहले 25 हजार टन कचरा निस्तारण किया जाता था वहीं आज 1 लाख टन कचरा निस्तारण किया जा रहा है। इस अभियान को और अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए घर-घर से कचरा एकत्रण एवं निस्तारण करने के लिए 2.50 लाख संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। प्रदेश में 76 लाख शौचालय निर्माण का कार्य स्वच्छ भारत अभियान के तहत हुआ है। आज भी कई नगर निगम, निकाय, पालिकाएं इस कचरा निस्तारण को लेकर बहुत अच्छा कार्य कर रहे है। स्वच्छ भारत अभियान के दौरान आम आदमी की समस्या के समाधान हेतु आने वाले समय में और बेहतर तरीके से कार्य करने के प्रयास किए जाएंगे। रामलाल ने कहा कि बताते हुए प्रसन्नता है आज लगभग 8.2 लाख से ज्यादा सामुदायिक स्वच्छ परिसरों का निर्माण 2014 से 2019 के बीच किया गया। कई बार देखा जाता है कि योजनाओं की घोषणाएं तो होती है परंतु उन योजनाओं का क्रियान्वयन व पूर्णता समय पर नही होती एक महत्वपूर्ण और बड़ा काम है बजट का प्रावधान लेकिन केन्द्र सरकार जो घोषणा करती है उन योजना में उसी समय तत्कालीन बजट का प्रावधान भी करती है।
2022-2023 के आंकड़े देखे जाए तो स्वच्छ भारत मिशन योजना में ग्रामीण क्षेत्र के लिए 60 हजार एक सौ 92 करोड़ का बजट प्रावधान भी निश्चित किया गया है जो इस मिशन के तहत पैसा खर्च किया जाएगा। आज ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र हर व्यक्ति इस अभियान से जुड़ा है। प्रधानमंत्री ने जब इस अभियान की शरूआत की थी तो आप ने महसूस भी किया होगा कि लोग हर परिवार इस अभियान में शामिल हुए आपने राह चलते हुए भी महसुस करोगे कि मनुष्य की प्रवर्ति में आया कि हमारे सामने भी यदि कोई कचरा निर्धारित स्थान पर नहीं डालता है तो लोग भी आपस में टोकते हैं। एक तरह से अच्छी आदत और संस्कारो दैनिक दिनचर्या की व्यवहार में आने लगी। सुखद अनुभूति इस बात की है कि इस अभियान के तहत अगले फेज की शुरूआत की गई है वो 200 टन कचरा निस्तारण के संयंत्र लगे और उन क्षेत्र में कार्य हुए। आज गोवर्धन योजना के तहत भी 232 जिलों में लगभग 350 बायोगैस प्लांट भी स्थपित किए गए, आने वाले समय के अंदर और भी गति बढ़ेगी और अन्य जिले में शामिल किए जाएंगे।
शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री की मन की इच्छा है कि प्रकृति के साथ व स्वच्छता को हम जीवन में आत्मसात करें। 14 लाख गांव में बेहतरीन सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रबंधन अभियान भी आम आदमी के जीवन में आ चुका है। इसी तरीके से जल, जीवन, जमीन यह तीनों ही प्रकृति के हिस्से हैं, इन तीनों का ही दैनिक उपयोग के साथ-साथ इनके रख-रखाव के बारे में इनके सीमित दोहन के बारे में इसे प्रकृति के साथ जीवन जीने की कला के साथ हम काम करेंगे तो प्रकृति भी हम सबका साथ देगी। प्राकृतिक स्त्रोतों को भी स्वच्छता अभियान से जोड़ा गया जैसे नदियों, झील, तालाब को जोड़ा गया। प्राकृतिक स्त्रोत सुसज्जित व सुरक्षित रहे तो सुगमता के साथ उपयोग कर सकें यह स्वच्छता अभियान आम आदमी के साथ जोड़ने वाला और आम आदमी इसको अपना सार्थक भी मानता है ।