राजस्थान
डूंगरपुर जिले में चला मिशन ’उजाला’ जिले में चक्रवात और बेमौसम बारिश के बावजूद 48 घंटे में शुरू
Tara Tandi
1 Jun 2023 1:05 PM GMT
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डूंगरपुर जिले में 28 मई से 30 मई के दौरान तूफान और बारिश की वजह से आम जन-जीवन प्रभावित हुआ। सबसे ज्यादा नुकसान जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को हुआ। जिला कलक्टर लक्ष्मीनारायण मंत्री ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बिजली और पेयजल विभाग को जल्द से जल्द व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के निर्देश दिए।
विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी इस चुनौती को स्वीकार किया और गुरुवार तक जिले के सभी 11 केवी फीडर चालू कर दिए गए और जलदाय विभाग से संबंधित जिले में सभी फीडर भी पूर्ववत काम कर रहे हैं। डूंगरपुर शहर में 90 फीसदी घरेलू उपभोक्ताओं की सप्लाई चालू कर दी गई है। शेष घरों में भी बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए 10 टीमें लगा रखी है, जो युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। चीफ इंजीनियर एम. एस झाला भी बुधवार अलसुबह से देर रात तक फील्ड में रहे और शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को जांचा और तुरंत सुचारू करने के लिए अभियंताओं को दिशा निर्देश प्रदान किए।
अधीक्षण अभियंता रामरतन खटीक ने बताया कि पांच दिन में जिले में कुल 2776 ऑनलाइन शिकायतें आई, इनमें से 2690 का निस्तारण कर दिया गया है। शेष 86 शिकायतों को भी जल्द से जल्द निस्तारित करने के प्रयास जारी हैं।
यूं चला मिशन मोड में काम
28 मई को दिन में और रात में पश्चिमी विक्षोभ के चलते जिले में तेज आंधी और बारिश हुई थी। इस दौरान उसी दिन रात से ही बिजली विभाग की टीमों द्वारा शहर में गिरे पेड़ों को हटाकर टूटे हुए तारों को ठीक करने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया था। 29 मई को व्यक्तिगत शिकायतों के साथ ही सुभाष नगर में 3, जलदाय विभाग बोरी में दो तथा जलदाय विभाग डूंगरपुर शहर को विद्युत आपूर्ति करने वाले पोल गिर गए थे, जिन्हें सीधा कर तार खींचे गए।
30 मई को शहर में कई जगहों पर विद्युत लाइन पर गिरे पेड़ों को हटाकर एवं टूटे हुए तारों को मरम्मत कर विद्युत आपूर्ति शुरू की गई। 33 केवी बिछीवाड़ा से संबंधित 3 पोल खडे किए तथा 2 पोल सीधे किए गए। चुंडावाड़ा में 33 केवी लाइन पर 32 पिन इंसुलेटर बदले गए। नवाडेरा में लॉ टेंशन लाइन के 7 पोल खडे किए गए।
31 मई को सोम कमला अम्बा पर तीन, जलदाय विभाग की डीमिया लाइन पर तीन, महारावल विद्यालय पर दो, जलदाय विभाग के पास तीन पोल, कलक्ट्रेट के पास तीन पोल, वसंुधरा विहार में तीन पोल, उदयपुरा में पांच पोल, मालपुर में तीन पोल
इसलिए चुनौती थी बड़ी
एवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता रामरतन खटीक ने बताया कि जिले में बिजली व्यवस्था को पुनः सुचारू करना चुनौतीभरा काम था। इस काम को करने के लिए दक्ष कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। जान का जोखिम भी रहता है। इसके बावजूद बिना किसी जनहानि के रात-दिन काम करके व्यवस्था को सुचारू किया। इसमें नगरपरिषद एवं जलदाय विभाग का भी अहम सहयोग मिला। सभी संबंधित विभागों ने एक टीम के रूप में काम किया।
आज से पेयजल आपूर्ति पूर्ववत
पेयजल विभाग के अधिशाषी अभियंता मूलचंद रोत ने बताया कि रविवार को शहर के सभी पम्पिंग हाउस सहित डीमिया डेम, एडवर्ड समन्द, बोरी फिल्टर प्लांट पर बिजली बंद होने से जल आपूर्ति बाधित हुई थी। 31 मई को बोरी हेडवर्क्स एवं नई आबादी पम्प हाउस पर विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर शहर के 40 फीसदी घरों में पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई। वहीं, बुधवार को विजय सागर बांध पर विद्युत आपूर्ति बहाल होने पर शहर के शेष भागों में भी पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई।
Tara Tandi
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