राजस्थान

मिर्धा ने पेश किया था प्रदेश का पहला बजट

Admin Delhi 1
5 Feb 2023 10:03 AM GMT
मिर्धा ने पेश किया था प्रदेश का पहला बजट
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जयपुर: राजस्थान का पहला बजट 70 साल पहले पेश किया गया था। इस बजट को नाथूराम मिर्धा ने पेश किया था, जो मात्र 17 करोड़ 25 लाख रुपए का था। उस समय मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवाल थे, लेकिन उन्होंने परम्परा के अनुसार खुद ने बजट पेश नहीं कर उस समय के वरिष्ठ नेता और वित्तमंत्री मिर्धा को यह मौका दिया था। राजस्थान में 23 फरवरी 1952 को पहली विधानसभा का गठन हुआ था। तब राज्य में विधानसभा की 160 सीटें थी, जिसे बाद में 1957 में 176 सीट, 1967 में 184 और 1977 में विधानसभा की सीटें 200 की गई। राजस्थान विधानसभा में चार अप्रैल 1952 को पहला बजट पेश किया गया था, जो 17 करोड़ 25 लाख रुपए का था। ये बजट दिग्गज जाट नेता नाथूराम मिर्धा ने पेश किया था। मिर्धा उस समय राजस्थान के वित्त मंत्री थे।

कोई टैक्स नहीं लगाया था

इस पहले बजट में वित्त मंत्री के तौर पर नाथूराम मिर्धा ने जनता पर कोई टैक्स नहीं लगाया था। उस बजट की ज्यादातर घोषणाएं सिंचाई, पेयजल और सूखे से निपटने के साथ-साथ कानून व्यवस्था और वित्त प्रबंधन पर केंद्रित थी। बजट पेश करते हुए मिर्धा ने कहा था कि इस वक्त मेरे मन में कई तरह की भावनाएं है। हम जिस एकता के, जिस संयुक्त राजस्थान का सपना संजोए हुए थे, उस एकजुट राजस्थान में जन कल्याण का ये पहला बजट पेश करने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आई है।

यह है बजट बनाने वाली टीम

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार का बजट बनाने वाली टीम में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा, आईएएस केके पाठक, नरेश कुमार ठकराल, रोहित गुप्ता तथा निदेशक बजट ब्रजकिशोर शर्मा शामिल हैं।

2,65,500 करोड़ का होगा बजट

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 फरवरी को अपनी इस सरकार का पांचवां और अंतिम बजट पेश करेंगे। एक अनुमान के अनुसार इस बार का बजट दो लाख 65 हजार 500 करोड़ रुपए का होगा। गहलोत ने पिछले साल वर्ष 2022-23 का जो बजट पेश किया था, वह दो लाख 14 हजार 977 करोड़ 23 लाख रुपए का था।

गहलोत का होगा दसवां बजट

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान विधानसभा में दसवीं बार बजट पेश करेंगे। गहलोत की पहली सरकार वर्ष 1998 से 2003 के बीच वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने बजट पेश किया था। उसके बाद दोनों सरकारों वर्ष 2008 से 2013 और वर्ष 2018 से अब तक मुख्यमंत्री गहलोत ने ही बजट पेश किए हैं। चूंकि गहलोत ही वित्त मंत्री का काम भी देख रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी अपने दोनों कार्यकालों में दस बजट पेश कर चुकी है।

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