जयपुर न्यूज: शास्त्रों में कहा गया है कि गो माता में सभी देवता विराजमान रहते हैं। जब गो माता के सानिध्य में कोई मांगलिक कार्य होगा तो इससे सकारात्मक ऊर्जा तो मिलेगी ही, शुद्ध एवं शांतिप्रिय वातावरण में कार्य भी संपन्न हो सकेगा। ऐसा संभव होगा शहर की एक गोशाला में। सांगानेर स्थित पिंजरापोल गौशाला में अब गायों के रंभाने के साथ ही बैंडबाजे, शहनाइयां गूंजेंगी और रामायण की चौपाइयां सुनाई देंगी।
गोशाला में 103 भामाशाहों ने मिलकर 6.75 करोड़ रुपए लागत से सुरभि सदन बनवाया है। इस भवन में 25 एसी कमरे, 800 व्यक्तियों के बैठने जितना बड़ा एक हाॅल और 1000 लोगों की क्षमता वाला गार्डन विकसित किया है। हाॅल और गार्डन सहित पूरा भवन मध्यमवर्गीय परिवारों को शादी के लिए न्यूनतम शुल्क 75 हजार रु. में 24 घंटे के लिए दिया जाएगा। भवन का उद्घाटन 21 मई सुबह 11 बजे को होगा।