राजस्थान

व्यापारियों की पहल! 'Vaccine नहीं, तो नमकीन नहीं', शादी समारोह में स्टॉल भी लगे

jantaserishta.com
16 Nov 2021 4:59 AM GMT
व्यापारियों की पहल! Vaccine नहीं, तो नमकीन नहीं, शादी समारोह में स्टॉल भी लगे
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फाइल फोटो 

रतलाम: नो वैक्सीन नो नमकीन. नमकीन के लिए पूरे देश में मशहूर रतलाम के नमकीन प्रेमियों को यह खबर दुखी कर सकती है. यानी आपने कोरोना से बचाव की वैक्सीन नहीं लगाई है तो आपको अब किसी भी दुकान से नमकीन नहीं मिलेगी, खासतौर पर रतलाम की वो सेव, जिसके बिना नमकीन प्रेमियों का भोजन अधूरा है. वहीं शाद‍ियों में भी अब वैक्सीन लगवाने के बाद ही एंट्री म‍िल रही है.

दरअसल, कोरोना की दूसरे डोज के प्रति लोगों की उदासीनता के चलते अब नमकीन बेचने वाले संगठन और प्रशासन सख्ती दिखा रहे हैं. प्रशासन को सहयोग करने के लिए शहर के कई दुकानदारों ने यह फैसला भी लिया है क‍ि अब बिना वैक्सीन के आने वाले लोगों को वे नमकीन और दूसरा सामान नहीं देंगे.
हालांकि, इससे दुकानदारों को थोड़ा नुकसान भी हो रहा है. नमकीन दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन नमकीन के साथ साथ अन्य दुकानों पर भी सख्ती करे.
नमकीन दुकानों के साथ प्रशासन ने शादी समारोह को लेकर भी सख्ती बरती है. शादी समारोह में ऐसे लोगों को जिनको कोरोना की वैक्सीन नहीं लगी है, उनके लिए शादी समारोह स्थल पर वैक्सीनेशन करने के लिए अलग से एक स्टॉल लगाया जा रहा है जहां बिना वैक्सीन वाले लोगों को पहले वैक्सीन लगाई जा रही है, फिर शादी समारोह में शामिल होने दिया जा रहा है.
शादी समारोह के आयोजकों द्वारा दिये जाने वाले आमंत्रण पत्र प्रकाशित करने वाले प्रिन्टर्स को भी प्रशासन ने आदेशित किया कि वह आमंत्रण पत्र में यह भी प्रकाशित करें क‍ि बिना कोरोना टीका लगवाए व्यक्ति शादी समारोह में न आएं.
इस मुह‍िम के लिए बाकायदा शहर एसडीएम अभिषेक गहलोत और तहसीलदार गोपाल सोनी के नेतृत्व में बने दल लगातार शहर में निकल रहे हैं. ये दल दुकान-दुकान जाकर और व‍िभ‍िन्न मॉल्स में जाकर देख रहे हैं. दल ने नमकीन व्यापारियों से अपील की है क‍ि वे बिना वैक्सीन वाले ग्राहकों को नमकीन न बेचें. इसके लिए दुकानदार बाकायदा अपनी दुकानों पर फ्लेक्स लगाकर ग्राहकों से अपील भी करेंगे क‍ि नो वैक्सीन, नो नमकीन.
दरअसल, कोरोनाकाल के दौरान दुर्भाग्यपूर्ण रूप से रतलाम पूरे प्रदेश में टॉप 5 में बरकरार था. सैकड़ों लोग यहां कोरोना कि वजह से असमय ही मौत के मुंह में समा गए, बावजूद इसके लोग कोरोना की दूसरी डोज लगाने से बच रहे हैं. शहर में अब भी 25 फीसदी लोग दूसरी डोज लगवाने से दूर हैं. ऐसे में जिले के अधिकारी अब सड़कों पर उतरकर दुकान-दुकान जाकर व्यापारियों से वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी ले रहे हैं और जनता भी उन्हें सपोर्ट कर रही है.


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