राजस्थान

Rajasthan राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणीकरण संस्था के संचालक मण्डल की बैठक

Tara Tandi
24 July 2024 2:40 PM GMT
Rajasthan राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणीकरण संस्था के संचालक मण्डल की बैठक
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Rajasthan जयपुर। प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी श्री वैभव गालरिया की अध्यक्षता में बुधवार को पंत कृषि भवन के समिति कक्ष में राजस्थान राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणीकरण संस्था के संचालक मण्डल की 44वीं वार्षिक साधारण एवं 78वीं साधारण बैठक का आयोजन किया गया।
निदेशक राजस्थान राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणीकरण संस्था श्री कैलाश चंद मीणा ने बैठक में पीपीटी के माध्यम से बताया कि संस्था का संचालन राज्य सरकार द्वारा मनोनित 13 सदस्यीय संचालक मण्डल द्वारा किया जाता है, जिसके अध्यक्ष प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी एवं सचिव संस्था निदेशक हैं। संस्था द्वारा फसलों की अधिसूचित किस्मों का प्रमाणीकरण राज्य में भारतीय न्यूनतम बीज प्रमाणीकरण मानकों के अनुरूप किया जाता है। संस्था को जैविक प्रमाणीकरण का कार्य करने हेतु भारत सरकार के वाणिज्यिक एवं उद्योग मंत्रालय के संस्थान एपीडा द्वारा वर्ष 2007 में मान्यता दी गई।
संस्था का उद्देश्य अधिसूचित किस्मों के बीजों का राज्य में भारत सरकार द्वारा निर्धारित आई.एम.एस.सी.एस. के मापदण्डानुसार प्रमाणित करना है। भारत सरकार द्वारा अधिसूचित किस्मों की सूची का संधारण कर बीज उत्पादक संस्थाओं एवं बीज उत्पादक कृषकों को उपलब्ध करवाना है। वर्तमान में प्रमाणित बीज उत्पादन में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों की 300 संस्थाऐं कार्यरत है। फसलों के बीजों की प्रमाणीकरण प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रदेश में वर्तमान में 207 बीज विधायन केन्द्र कार्यरत है, जिनमें से 72 सार्वजनिक व 135 निजी क्षेत्र के है।
राजस्थान जैविक प्रमाणीकरण संस्था का उद्देश्य राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम के मानकों के अन्तर्गत जैविक प्रमाणीकरण सेवाऐं प्रदान कराना है। संस्था द्वारा प्रमाणीकरण हेतु निर्धारित दरें निजी क्षेत्र की संस्थाओं से अपेक्षाकृृत कम है। अतः छोटी जोत व आर्थिक रूप से कमजोर कृषक भी प्रमाणीकरण प्रक्रिया से जुड़कर अपने उत्पादों को राष्ट्रीय व अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवा सकते है। संस्था द्वारा फसल उत्पादन, जैविक उत्पादन प्रसंस्करण, व्यापार, पशुपालन उत्पादन व वन उत्पादन संग्रहण हेतु राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम मानकों के अन्तर्गत प्रमाणीकरण का कार्य राजस्थान के अतिरिक्त अन्य 22 राज्यों में भी किया जाता है।
बैठक में आयुक्त कृषि श्री कन्हैया लाल स्वामी और प्रोफेसर उम्मेद सिंह, आचार्य (शस्य विज्ञान) एवं सह अधिष्ठाता, सह आचार्य पादप एवं प्रजनन एवं आनुवांशिकी डॉ0 सुभाष चंद शर्मा और प्रमाणीकरण संस्था के अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े।
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