राजस्थान

निगम उत्तर के वार्ड 45 में कई काम हुए कुछ शेष, पार्षद ने भी माना श्वान और मवेशी वार्ड की बड़ी समस्या

Admin Delhi 1
8 March 2023 1:40 PM GMT
निगम उत्तर के वार्ड 45 में कई काम हुए कुछ शेष, पार्षद ने भी माना श्वान और मवेशी वार्ड की बड़ी समस्या
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कोटा: सीसी रोड भी बने हैं, रोड लाइट भी नई लगी और अच्छी बात ये है कि वार्ड में नहर किनारे ग्रीन बेल्ट भी बनाई जा रही है लेकिन इसे बाद भी कई ऐसे काम हैं जो होने चाहिए जिससे लोगों को राहत मिल सकें। ये कहना है कोटा नगर निगम के वार्ड नम्बर 45 के कुछ लोगों का। लोग बताते हैं कि पार्षद ने वार्ड में बिल्कुल काम करवाएं हैं और कुछ जगहों पर चल भी रहे हैं। एक दो काम तो ऐसे हुए हैं जो शायद बीस साल बाद हुए हो। वहीं कुछ लोग कहते हैं कि वार्ड में आवारा मवेशियों और श्वानों की बहुत ज्यादा समस्या है। आए दिन इनके कारण घटनाएं घटती रहती है लेकिन निगम वाले ध्यान ही नहीं देते हैं। नगर निगम उत्तर के इस वार्ड में आरईटाइप रेल्वे कॉलोनी, पुरानी रेल्वे कॉलोनी वर्कशॉप, जे.पी. कॉलोनी, उड़िया बस्ती, हरजिन बस्ती, रेल्वे प्लेटफार्म नम्बर 4 का क्षेत्र आदि इलाकें आते हैं। इन इलाकों के लोग बताते हैं कि वार्ड के कई स्थानों पर सीसी रोड बन चुके हैं। वार्ड में लगभग हर जरुरत की जगह रोड लाइट मौजूद हैं। कई स्थानों पर पोल भी लगे हैं। पार्षद के प्रयासों से वार्ड की कुछ बस्तियों के लोगों का पुनर्वास संभव हो पाया है। पार्षद वार्ड में ठीक काम करवा रही है। कुछ समस्याएं ऐसी है जो अभी बनी हुई हैं लेकिन उनका भी जल्द ही समाधान होने की उम्मीद है। वहीं वार्ड के कुछ लोग बताते हैं कि पार्षद कांग्रेस की है तो काम जरूरत हुए है लेकिन निर्माण में जो सामग्री काम में ली गई है वो गुणवत्तापूर्ण नहीं है। वार्ड की गलियों में अभी भी काम होने बाकी है। कई स्थानों पर आज भी कचरे के ढेÞेर लगे नजर आ जाएंगे। साफ सफाई टाइम पर नहीं होती है। टिपर कभी आते हैं-कभी नहीं आते है। वार्ड में कई स्थानों पर नालियों की समस्या बनी हुई है। वार्ड के कुछ इलाकों में आवारा मवेशी दिनभर सड़कों पर बैठे नजर आते हैं। रातभर श्वान लड़ते रहते हैं। वार्ड के कुछ हिस्सों के लोगों का कहना हैं कि पार्षद प्रतिनिधि वार्ड में नियमित रूप से समय देते हैं। जो भी समस्या उनको बताते हैं वो उसके समाधान का पूरा प्रयास करते हैं। निगम की योजनाओं की जानकारी वार्डवासियों को बताते रहते है। कुछ समय पहले तक वार्ड की लगभग हर गली की सड़कें क्षतिग्रस्त थी, बड़े-बड़े गड्ढेंÞ बने हुए थे। जो यहां के लोगों की भारी परेशानी थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। साफ-सफाई समय पर हो रही है। पीने के पानी की जरूर समस्या हैं क्योकि कई स्थानों पर प्रेशर ढंग से नहीं आता है। रात में जानवरों की समस्या जरूर बनी हुई है लेकिन पार्षद अपने स्तर पर वार्डवासियों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करती है।

इनका कहना हैंं: वार्ड पार्षद का कहना है कि जहां तक बन पा रहा है वार्ड में विकास का हर कार्य करवा रही हंू। वार्ड के हर नागरिक की समस्या के समाधान का प्रयास करती हंू। कोशिश ये रहती है कि किसी भी व्यक् ित को समस्या को लेकर निगम नहीं जाना पड़े। जिस उम्मीद के साथ लोगों ने मुझे पार्षद बनाया है उन उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करती हूं। अब कुछ समस्याएं जरुर ऐसी है जिनसे में खुद परेशान हंू। मसलन वार्ड में श्वानों को लेकर मैं खुद कई बार निगम में बोल चुकी है।

सीसी रोड और नालियों का निर्माण करवाया है। वाल्मिकी और उड़िया बस्ती के 199 परिवारों का पुनर्वास करवाया है। ये लोग पहले रेल्वे की जमीन पर रहते थे। नहर की दीवारों को ठीक करवाया जा रहा है। नहर किनारे ग्रीन बेल्ट बनवाई जा रही है। वार्ड में 4 वाटर कूलर लगवाएं हैं। फिलहाल वार्ड में श्वानों और आवारा मवेशियों को छोड़कर कोई बड़ी समस्या नहीं है। कुद काम बाकी है जो जल्द ही पूरे करवाने की कोशिश कर रही हूं।

-हिना बानो, वार्ड पार्षद।

वार्ड में पीने के पानी की कोई समस्या नहीं है। सभी स्थानों पर रोड लाइट लगी हुई है। रात में अंधेरे जैसी कोई समस्या नहीं है। पार्षद ने बहुत अच्छे काम करवाएं है। वार्ड के कुछ परिवारों का पुनर्वास और हो जाए तो ठीक रहे। पार्षद प्रतिनिधि को कहते ही वो काम करवा देते हैं।

-छोटूलाल, वार्ड पार्षद।

वार्ड में कुछ स्थानों पर सफाई व्यवस्था जरुर ठीक नहीं है लेकिन इसका कारण भी खुद लोग ही है जो टिपर निकलने के बाद सड़कों के किनारे पर कचरा डाल जाते हैं। पार्षद ने वार्ड के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

-इमरान, वार्डवासी।

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