दक्षिण के वार्ड 28 में हुए कई काम, कई स्थानों पर पानी की समस्या बरकरार
कोटा: वार्ड के पार्कों की दुर्दशा को लेकर शहर के कई वार्डों के लोग शिकायतें कर रहे हैं लेकिन नगर निगम दक्षिण के वार्ड 28 के लोग इस बात से सन्तुष्ट हैैं कि उनके क्षेत्र में बने उद्यानों का रखरखाव ठीक तरीके से हो रहा है। लोगों की माने तो उनके बच्चों के लिए ये पार्क घूमने, खेलने और मनोरंजन का एक अच्छा स्थान साबित हो रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि वार्ड में आज भी कई इलाकें के लोग पानी के प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं। कुछ स्थानों पर आज भी आवारा मवेशी और श्वानों का झुंड नजर आता है। इस वार्ड की देखरेख और रखरखाव का जिम्मा भी यूआईटी का ही है।
नगर निगम दक्षिण के इस वार्ड में आरकेपुरम बी-ई, बोम्बे योजना तथा ओपन यूनिवर्सिटी आदि इलाकें आते हैं। वार्डवासियों ने बताया कि पहले की अपेक्षा इस बार वार्ड में विकास के कार्य ज्यादा हो चुके हैं। पूर्व में जो सड़कें खुदी हुई और उबड़-खाबड़ थी। गड्ढें इतने थे कि पैदल चलने में भी पैर मुड़ने का डर लगता था लेकिन अब हालात काफी सुधर चुके हैं। वार्ड के कई हिस्सों में नई सड़क बन चुकी है। कुछ स्थानों पर डामर तो कुछ स्थानों पर सीसी रोड। वार्डवासियों की माने तो पार्षद ने यहां के लोगों को कई ऐसी समस्याओं से भी निजात दिलवाई हैं। जो सालों से लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई थी।
वार्ड के कुछ लोगों ने कहा कि भले ही वार्ड में सीसी रोड बने हैं लेकिन वार्ड के कुछ हिस्सों में लोगों को पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। विकास कार्य के नाम पर पुरानी सड़कों को खोदकर बनाया गया लेकिन कई स्थानों पर किनारों से अभी तक सड़कों को ठीक नहीं किया गया हैं। कई मौहल्लों में श्वानों ने आतंक मचाया हुआ हैं। कई बार सड़कों पर आवारा जानवर लड़ते नजर आते है। ये जानवर दुर्घटना का कारण भी बनते हैं। कही पर सफाई टाइम पर हो रही है तो कुछ स्थानों की सड़कों से दिनभर धूल उड़ती रहती है।
कुछ वार्डवासियों का कहना है कि क्षेत्र वार्ड भले ही यूआईटी के अधीन आता है लेकिन निगम की ओर से भी कार्य करवाए गए हैं। वार्ड में साफ-सफाई टाइम पर हो रही है। टिपर समय पर आते हैं। इक्की दुक्की जगह को छोड़ दिया जाए तो वार्ड की सफाई व्यवस्था दुरुस्त है। पार्षद प्रतिनिधि वार्ड में नियमित समय देते हैं। यहीं कारण है कि यहां के लोगों को हर मूलभूत सुविधा समय पर मिल जाती है। वह समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। पार्कों का और सोन्दर्यकरण करवा दिया जाए तो ठीक रहे।
वार्ड पार्षद का कहना है कि उनके पास कोई भी आए वो कभी वार्ड से जुड़े कार्य के लिए मना नहीं करती हैं। भले ही यूआईटी के अधीन है वार्ड लेकिन निगम की योजनाओं को लोगों तक समय पर पहुुंचाया जाता है। वार्ड में सीसी रोड बनवाए हैं तो नालियों को भी ठीक करवाया है। पार्कों के सोन्दर्यकरण के लिए प्रयासरत हंू। कोई भी समस्या लेकर आता है तो उसके समाधान की पूरी कोशिश करती हंू।
इनका कहना है...
आरकेपुरम में विद्युत शवदाह गृह प्रारम्भ हो चुका है। लगभग हर स्थान की सड़कों को या तो नया बनवा दिया गया है या ठीक करवा दी गई है। अभी भी वार्ड में डामर और सीसी रोड का काम चल रहा है। वार्ड के सभी 12 पार्कों का जीर्णोद्धार करवा दिया गया है। छोटे-मोटे काम है वो भी पूरे हो जाएंगे।
- सुमित्रा खींची, वार्ड पार्षद।
वार्ड में विकास का कोई ऐसा कार्य नहीं हुआ है जिसे गिनाया जा सकें। आज भी पानी की दिक्कत बनी हुई है। कई स्थानों पर रोड लाइट की समस्या है। मंशापूर्ण बालाजी मंदिर पार्क का निर्माण होना बाकी है। आवारा मवेशियों की तादात पहले की अपेक्षा काफी कम हो गई है। वार्ड में अभी भी कई काम होने बाकी है।
- गोलू, वार्डवासी।
वार्ड में कई कार्य हो चुके हैं, कई चल रहे हैं। हमारे यहां पार्क की स्थिति भी सुधरी है। वार्ड की लगभग 90 प्रतिशत समस्याओं का समाधान हो चुका है। साफ-सफाई नियमित हो रही है। रोड लाइट ठीक हैं। वार्ड में पेड़-पौधें भी लगवाए गए हैं जिससे हरियाली बढ़ी है। पीने के पानी की हमारे साइड कोई समस्या नहीं है। पार्षद के पास वार्ड का कोई भी नागरिक काम के लिए जाओं तो उसे निराश नहीं करती हैं।
- दिलराज, वार्डवासी।
वार्ड में कोई बड़ी समस्या नहीं है। पार्षद ठीक काम कर रहे हैं। वार्ड में सफाई व्यवस्था पहले की अपेक्षा बेहतर हुई है। नियमित रूप से सड़कों और गलियों की सफाई होती है। समय पर टिपर आते हैं जिससे वार्ड में कम ही स्थानों पर गंदगी नजर आती है। जहां आती है वहा के कारण भी खुद लोग ही हैं। लोगों को सड़क किनारों पर कचरा नहीं डालना चाहिए। नालियां अधिकांश मौकों पर साफ ही रहती है।
- पी.सी. मीणा, वार्डवासी।