भरतपुर: भरतपुर-धौलपुर के जाटों को केंद्र में OBC की मांग को लेकर 34वें दिन भी महापड़ाव जारी है। महापड़ाव में नेम सिंह फौजदार ने कहा कि 21 फरवरी को महापंचायत में जो निर्णय होगा वह आरपार का होगा। केंद्र सरकार की मंशा आंदोलन को उग्र बनाने की है। जाट समाज के धैर्य और गंभीरता का परिचय लगातार सरकार ले रही है। यह जाट समाज की समझदारी है कमजोरी नहीं है।
नेम सिंह फौजदार ने कहा कि अगर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नहीं होते तो, भरतपुर से गुजरने वाली रेल और सड़क मार्ग 2017 की तरह बंद हो जाते। जाट समाज 34 दिन से गांधीवादी तरीके से महापड़ाव पर बैठे हैं। अब सीमा पार हो गई है। अब जाट समाज को आवश्यक कदम उठाना पड़ेगा। अब जाट समाज पीछे नहीं हटेगा। आरक्षण नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ घर-घर जाकर अलख जगाई जाएगी। हम सभी अपने बच्चों के भविष्य के लिए एकजुट होकर पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर आरपार की लड़ाई लड़नी चाहिए।