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कोटा: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में रेल सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए बड़ी योजना के तहत काम किया जा रहा है। कोटा और बूंदी रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। दोनों ही जगहों पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इनके पुनर्निर्माण के कार्यादेश 15 अगस्त तक जारी होने की संभावना है। यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कोटा रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट सेवा का शुभारंभ करते हुए कही।
कोटा रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के विस्तार के क्रम में प्लेटाफार्म नंबर 1 पर एस्केलेटर तथा प्लेटाफार्म नंबर 4 पर लिफ्ट लगाई है। इन सेवाओं को यात्रियों को समर्पित करने के बाद बिरला ने कहा कि कोटा और डकनिया स्टेशन के लिए 323 करोड़ की योजना बनाई गई है। इसमें 203.78 करोड़ रूपए कोटा और 119 करोड़ रूपए डकनिया स्टेशन पर खर्च होंगे। कार्यादेश जारी होने के दो वर्ष के भीतर इन दोनों ही स्टेशनों का एक अलग और भव्य स्वरूप नजर आएगा।
उन्होंने कहा कि संसदीय क्षेत्र के प्रत्येक छोटे स्टेशन के लिए भी अलग से कार्ययोजना बनाई गई है। इन सभी स्टेशनों पर बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। आने वाले समय में कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र के प्रत्येक स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को कोई तकलीफ नहीं हो।
कोटा रेलवे स्टेशन का होगा ऐतिहासिक लुक-
पुनर्निर्माण की प्रक्रिया के दौरान ऐतिहासिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए कोटा स्टेशन को अत्याधुनिक लुक दिया जाएगा। यहां प्लेटफार्म नंबर एक से तीन तथा तीन से चार के बीच 36 मीटर चौड़े दो कोनकोर्स बनाए जाएंगे जो आपस में जुड़े होंगे। इन दोनों कोनकोर्स पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था तथा दुकानों का निर्माण किया जाएगा।
भीमगंजमंडी की ओर से प्लेटफार्म पर जाने के लिए दो प्रवेश द्वार होंगे, जबकि प्रस्थान के लिए अलग से नया ब्लाॅक बनाया जाएगा। इसी ब्लाॅक में करीब 3000 वर्गमीटर का आधुनिक वेटिंग हाॅल भी बनाया जाएगा। वीआईपी रूम और वीआईपी लाउंज का भी प्रावधान किया जाएगा। इसी तरह रेलवे काॅलोनी की ओर के प्लेटफार्म नंबर 4 का भी कायाकल्प किया जाएगा। वहां के प्रवेश द्वार भी एक नए अंदाज में दिखाई देगा।
8 अतिरिक्त लिफ्ट और 14 एस्केलेटर लगाए जाएंगे-
यात्रियों के लिए 8 अतिरिक्त लिफ्ट और 14 अतिरिक्त एस्केलेटर लगाए जाएंगे। पार्किंग के स्थान की भी रिमाॅडलिंग की जाएगी ताकि वाहनों के आने-जाने में कोई अवरोध नहीं हो ताकि पैदल यात्री भी बिना किसी तकलीफ के स्टेशन के अंदर और बाहर आ जा सकें। स्टेशन पर दिव्यांगों के लिए भी सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की जाएंगी।
डकनिया में बनेंगे दो नए प्लेटफार्म, इससे संभव होगा गाड़ियों का ठहराव-
डकनिया स्टेशन के पुनर्निर्माण में वहां दो नए प्लेटफार्म बनाए जाएंगे, जहां बिछने वाली लूप लाइप से न सिर्फ यहां गाड़ियों का ठहराव संभव होगा बल्कि भविष्य में नई रेल गाड़ियां भी चलाई जा सकेंगी। वर्तमान में मौजूद प्लेटफार्म को भी 10 से 12 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। डकनिया स्टेशन पर भी 36 मीटर चैड़ा एयर कोनकोर्स बनाया जाएगा। यहां के सभी प्लेटफार्म पर शेड होगा ताकि यात्रियों को कोई असुविधा नहीं हो। बाहर से आने वाली यात्रियों को ठहरने की सुविधा देने के लिए 2 डोरमेट्री और 6 रिटायरिंग रूम बनाए जाएंगे। वेटिंग एरिया भी अत्याधुनिक होगा जहां स्टेट ऑफ दी आर्ट सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा वीआईपी रूम और लाउंज भी बनाया जाएगा। स्टेशन के बाहर पार्किंग सुविधा की भी रिमाॅडलिंग की जाएगी। यहां भी यात्रियों के लिए 8 लिफ्ट और 6 एस्केलेटर का प्रावधान किया जाएगा। यह स्टेशन पूरी तरह दिव्यांग-फ्रेंडली होगा जहां दिव्यांग जनों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया होंगी।
दोनों स्टेशन पर होंगे सुरक्षा के व्यापक इंतजाम-
कोटा और डकनिया दोनों स्टेशन पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे। दोनों स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरा, बैग स्कैनर, मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे। आग से लड़ने के लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे। इसके अलावा यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए दोनों स्टेशनों के सभी प्लेटफार्म पर कोच गाइडेंस सिस्टम भी लगाए जाएंगे।
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