आओ फिर से दीया जलाएं, प्रदेश में कमल खिलाएं: वसुन्धरा राजे
जयपुर कोटा: पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की रविवार को कोटा में महारैली हुई। रैली में राजे को देखने और सुनने एक लाख से ज्यादा का जनसैलाब उमड़ा।
राजे ने अपने भाषण की शुरुआत में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की कविता, आओ फिर से दीया जलाएं, भरी दुपहरी में अंधियारा, सूरज परछाई से हारा, अंतरतम का नेह निचोड़, बुझी हुई बाती सुलगाएं... कहा कि इसमें एक लाइन मैंने जोड़ी है, आओ फिर से कमल खिलाएं। कहा कि पहले राजस्थान और फिर 2024 में देश में फिर से मोदी सरकार बनानी है। इसके बाद वे प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर बरसी। कहा कि हम सिर्फ चुनाव ही नहीं, लोगों का दिल भी जीतते हैं। अब समय आ गया है हर बूथ पर जाएं और लोगों का दिल जीतें। ध्यान रहे कई बार खरगोश कछुए को कमजोर समझ लेने की भी भूल कर लेता है। ऐसा नहीं करना है। राजे ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के शासन में विकास तो हुआ पर राजस्थान का नहीं केवल कांग्रेस ने खुद का विकास किया है। कहा कि मोदी सरकार के 9 साल देश के लिए सौभाग्य काल है। पहले दूसरे देशों पर भारत निर्भर था और उनकी सलाह लेता था। आज वे देश पीएम नरेंद्र मोदी से सलाह लेते हैं।
यूं बोला कांग्रेस सरकार पर हमला: हमने मुफ्त इलाज दिया, इन्होंने योजना का नाम बदल दिया। राजे ने कहा हमने मुफ्त इलाज के लिए भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की, उसका नाम बदल कर इन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य कर दिया। कहते हैं योजना में 25 लाख तक का इलाज है, 2021 से अब तक औसतन साढ़े 11 हजार रुपए भी एक मरीज पर खर्च नहीं।
ईआरसीपी को उलझाया: राजे ने कहा कि हमारी ईआरसीपी की योजना को गहलोत ने अटका, उलझा दिया। परवन सिंचाई परियोजना भी वैसे की वैसी पड़ी है। हमने सीएम जल स्वालंबन योजना शुरू की थी। वह भी रोक दी। झालावाड़ में आहू, चंवली नदी को जोड़ने का काम हमने किया और श्रेय यह लूट रहे हैं।
महिलाओं का पंचायतीराज में आरक्षण खत्म किया
हमारी सरकार ने पहली बार महिलाओं को पंचायत राज संस्थाओं में 50 फीसदी आरक्षण दिया। नगर निकाय चुनाव में भी 50 फीसदी आरक्षण दे रहे थे। पर कांग्रेस अदालत में चली गई और महिलाओं का यह आरक्षण रुक गया।
बिजली महंगी की, किसान कर्ज माफी का वादा झूठा
बिजली सौ यूनिट फ्री देने का ढोंग कर रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि इस सरकार ने बिजली के दाम दोगुने कर दिए। किसानों को झांसा देकर संपूर्ण कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन कर्जमाफी तो हुई नहीं, करीब 4 दर्जन किसान आत्महत्या कर चुके।