x
उदयपुर। गाेगुंदा में तेंदुओं की खालें बरामद हाेने के मामले में आराेपी चूनाराम ने प्रारंभिक पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं। शिकारी गैंग उदयपुर, राजसमंद और पाली के जंगलाें में पिछले 4 साल से सक्रिय है। वह राजसमंद का एक व्यापारी उसे तेंदुए की एक खाल के 25 हजार रुपए देता है। वहीं, अब एटीएस शिकारी गैंग के सदस्याें, तस्कर और खालाें के खरीदाराें की चेन ढूंढने में जुट गई है। आम्बा (पड़ावली खुर्द) निवासी चूनाराम उर्फ सुनील की गिरफ्तारी करने में एटीएम काे बड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
सूचना के बाद पिछले एक माह से एटीएस की टीम लगी हुई थी। अधिकारियों से हुई बातचीत में जंगलों में बेजुबान जानवरों के शिकार के पीछे पूरी गैंग होने की बात सामने आ रही है। उदयपुर में एक साथ इतनी खालें मिलने का संभवत: ये राजस्थान पहला मामला है। शिकारी गैंग उदयपुर के सायरा, ओगणा और राजसमंद के कुंभलगढ़ और पाली के रणकपुर सहित कई जगह इस तरह की वारदातों को अंजाम दे चुका है। आराेपी चूनाराम मनरेगा के तहत वन विभाग के कार्याें में मजदूरी कर चुका है। इससे उसकी वन विभाग के कर्मचारियाें से जान पहचान की बात सामने आई है।
Tagsदिन की बड़ी ख़बरअपराध खबरजनता से रिश्ता खबरदेशभर की बड़ी खबरताज़ा समाचारआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरजनता से रिश्ताबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार खबरहिंदी समाचारआज का समाचारबड़ा समाचारनया समाचारदैनिक समाचारब्रेकिंग न्यूजBig news of the daycrime newspublic relation newscountrywide big newslatest newstoday
Admin4
Next Story