हाईवे छोडें, विश्वास दिलाता हूं न्याय होगा: अशोक गहलोत
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भरतपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सैनी, माली, कुशवाह, शाक्य और मौर्य समाज से आरक्षण के लिए हाईवे से धरना समाप्त करने की अपील करते हुए कहा कि हाईवे जाम करना अच्छी बात नहीं हैं। किसी भी मंत्री या मेरे साथ बात कर सकते हैं, मैं विश्वास दिलाता हूं कि उनके साथ न्याय होगा। मुख्यमंत्री सोमवार को महंगाई राहत कैंप के उद्घाटन अवसर पर महापुरा, जयपुर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उधर बारह प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर सैनी, माली, कुशवाह, शाक्य और मौर्य समाज ने बेरी गांव के पास भरतपुर-जयपुर हाईवे सोमवार को चौथे दिन भी जाम रखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण के मद्देनजर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि इस वर्ष की जनगणना के साथ ही जातीय जनगणना भी कराई जाए, ताकि सभी जातियों के सामाजिक व आर्थिक स्तर की जानकारी मिल सके। मैं धरने पर बैठे चारों समाज से अपील करता हूं कि वह धरना समाप्त करें और किसी भी मंत्री या मेरे साथ बात कर करने के लिए आगे आएं। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि उनके साथ न्याय होगा।
इस बीच हाईवे पर चल रहे आंदोलन में अब बच्चों और महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया है। तीन तहसीलों वैर, भुसावर और नदबई तहसील में इंटरनेट पर पाबंदी जारी है। चिलचिलाती धूप में भी आंदाेलनकारी पेड़, झाडी और टैंट के साए में जमे हुए हैं। मामले में रविवार शाम 11 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल की एक कमेटी का गठन किया गया, जिसे कुछ ही समय बाद निरस्त कर दिया गया। इसके बाद शाम को 5-5 सदस्यों के दो दल अलग-अलग समय कलेक्टर से मिले। इससे पूर्व रविवार को समाज के पप्पू भाई प्रधान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता की। मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधान को आश्वासन दिया है कि संयोजक मुरारी लाल सैनी की जल्द रिहाई की जाएगी। सीएम ने आश्वासन दिया है कि जिला कलेक्टर को आप अपनी मांगों से अवगत कराएं। मांगों को लेकर सरकार के स्तर पर वार्ता की जाएगी।। ऐसे में संभावना है कि सोमवार दोपहर बाद मुरारीलाल सैनी की रिहाई हो सकती है
आंदाेलनकारी नेता अंजलि सैनी का कहना है कि संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा और कलेक्टर आलोक रंजन सहित कई अधिकारियों को मांगें बता दी हैं। पहले संयोजक मुरारी लाल सैनी को रिहा किया जाए। इसके बाद प्रशासन से वार्ता करेंगे।
सामाजिक न्याय मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि पहले दिन से हम बातचीत की काेशिश कर रहे हैं। शासन सचिव समित शर्मा से तीन-चार प्रतिनिधिमंडलों से वार्ता की है। आंदोलनकारी जिन पर भरोसा करते हैं, उन्हें बातचीत के लिए भेजना चाहिए। हम ताे समाधान के लिए वार्ता के लिए तैयार हैं। बाेर्ड गठन सहित कई मांगाें काे पूरा कर दिया गया है। आरक्षण की प्रक्रिया कानूनी है।
वैकल्पिक मार्ग नदबई रोड पर बार-बार जाम लगने से भरतपुर से जयपुर का सफर तय करने में पांच घंटे से भी अधिक समय लग रहा है। माली, सैनी, कुशवाह, मौर्य समाज के 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन में हिस्सा लेने जयपुर, दौसा,करौली, सवाईमाधोपुर, अलवर, धौलपुर, सीकर से भी समाज के लोग पहुंचे। देर रात आरक्षण आंदोलन की संयोजक प्रतिनिधि अंजलि सैनी ने प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रशासन से वार्ता की। इसमें संयोजक मुरारीलाल सैनी की रिहाई की मांग रखी गई। आंदोलनकारियों ने हाईवे पर ही अस्थायी रसोई बना दी है। जहां उनके लिए समाज के भामाशाहों की ओर से भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि अब निर्णय लिया गया है कि आंदोलन स्थल के आस पास टॉवर टू टॉवर एरिया के अनुसार इंटरनेट सेवा को बाधित रखा जाएगा, अन्य आमजन को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। समाज के लोगों के लिए यहीं खाने-पीने की व्यवस्था है। यानी एक तरह से आंदोलनकारियों ने हाईवे को ही अस्थायी डेरा बना लिया है। ऐसे में जयपुर से आ रहे वाहनों को नगर-भरतपुर होते हुए तथा भरतपुर से जयपुर जाने वाले वाहनों को उच्चैन तिराहे और डेहरा मोड़ से डायवर्ट किया जा रहा है।