राजस्थान

बेमौसम बारिश से बड़े पैमाने पर फसलों को पहुंचा नुकसान, सरकार ने घोषित किया अभावग्रस्त

Nidhi Markaam
26 Oct 2021 5:41 AM GMT
बेमौसम बारिश से बड़े पैमाने पर फसलों को पहुंचा नुकसान, सरकार ने घोषित किया अभावग्रस्त
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मौसम विभाग के मुताबिक 16 से 18 अक्टूबर के दौरान राजस्थान के कई जिलों में बेमौसमी बरसात हुई है.

इस साल मॉनसून ने कई राज्यों में खेती-किसानी और किसानों (Farmers) को तबाह कर दिया है. पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक कहीं भी किसान प्रकृति के कोपभाजन से बचे नहीं हैं. राजस्थान में भी अतिवृष्टि ने फसलों को भारी नुकसान (Crop Loss) किया है. राज्य सरकार ने 6 अगस्त से पहले की एक रिपोर्ट दी है. जिसके मुताबिक 7 जिलों के 3704 गांवों में फसलें 33 फीसदी से अधिक बर्बाद हो चुकी हैं. इसके बाद सितंबर और अक्टूबर में हुए नुकसान का आकलन अभी तक नहीं आया है.

अतिवृष्टि प्रभावित 7 जिलों के किसानों के लिए मुख्यमंत्री ने एक संवेदनशील निर्णय लेते हुए 3704 गांवों को अभावग्रस्त घोषित कर दिया है. अब इनमें राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) से कृषि आदान-अनुदान का वितरण किया जाएगा. यानी इनमें रहने वाले किसानों को एग्रीकल्चर इनपुट (Agriculture Input) के लिए आर्थिक मदद मिलेगी.
कब हुआ था गिरदावरी का आदेश
मॉनसून में अत्यधिक वर्षा से फसल खराबी की सूचना प्राप्त होने पर राजस्व विभाग ने 6 अगस्त, 2021 को राज्य के सभी जिलों में विशेष गिरदावरी करवाने के निर्देश जारी किए थे. विशेष गिरदावरी की रिपोर्ट के आधार पर धौलपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, झालावाड़, बूंदी, कोटा एवं बारां के 3704 गांवों की खरीफ फसलों में 33 प्रतिशत एवं इससे अधिक फसल खराबी की सूचना मिली है.
इनमें बारां के 1236, बूंदी के 469, धौलपुर के 72, झालावाड़ के 1177, कोटा के 485, सवाई माधोपुर के 41 तथा टोंक के 224 गांवों में 33 प्रतिशत या इससे अधिक फसल खराबी का आकलन किया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन 3704 गांवों को अभावग्रस्त घोषित करने तथा इनमें प्रभावित किसानों को कृषि आदान-अनुदान देने की मंजूरी दी है.
बेमौसम बारिश के बाद भी गिरदावरी के आदेश
राजस्थान में 16 से 18 अक्टूबर के दौरान कई जिलों में बेमौसमी बरसात हुई है. जिससे खरीफ की सोयाबीन, धान, मूंग, बाजरा एवं उड़द की फसलों को नुकसान पहुंचने की सूचना प्राप्त हुई है. इसी प्रकार जिन खेतों में रबी की सरसों (Mustard) एवं चने की बुआई हो गई थी, उनमें भी बीज नष्ट होने के कारण किसानों को दुबारा बुआई करनी पड़ेगी. विशेषकर पूर्वी राजस्थान के कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, भरतपुर, अलवर, टोंक, दौसा आदि जिलों में फसलों में नुकसान की प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बेमौसमी बारिश (Unseasonal Rainfall) से फसलों को हुए नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने किसानों को राहत देने के लिए तुरंत प्रभाव से विशेष गिरदावरी कराने के निर्देश दिए हैं. जिला कलेक्टर फसलों में हुए नुकसान का जल्द आंकलन कराएं, जिसके आधार पर प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जा सके.
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