कोटा नगर निगम 2 साल में कंडम वाहनों की नीलामी पूरी नहीं कर सका
कोटा न्यूज: वर्षों पहले नगर निगम द्वारा कंडम घोषित की गई गाडिय़ों की दो साल में भी नीलामी नहीं हो सकी। दशहरा मैदान में इनका ढेर लगा हुआ है। उत्तर नगर निगम की मेयर मंजू मेहरा ने कुछ दिन पहले निर्देश दिए थे तो फाइल चली, लेकिन फिर ठंडे बस्ते में चली गई। जब दशहरा मेले का समय आया तो ये कबाड़ वाहन बाधा बने, तब भी नगर निगम ने इन वाहनों की नीलामी करने के बजाय इन्हें यहां से उठाकर पुलिस कंट्रोल रूम के पीछे एकांत में डाल दिया. निगम इसे वहां लगाना भूल गया। अब उनकी सुरक्षा के लिए गार्ड तक नहीं है। नतीजा यह है कि कबाड़ वाहनों के पुर्जे चोरी हो रहे हैं। इस कबाड़ की कीमत करीब 70 लाख रुपए है। इसके लिए डीएलबी मुख्यालय से अनुमति भी मिल गई थी, लेकिन उसके बाद भी निगम के अधिकारी इन्हें नीलाम नहीं कर सके।
लेखा शाखा ने इन वाहनों की नीलामी की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। दरअसल कोटा में नगर निगम का बंटवारा हुआ था. दो निगम बन गए लेकिन गैराज का बंटवारा नहीं हो सका। डीएई नगर निगम में फंसा गैराज अभी भी दक्षिण और उत्तर नगर निगमों के बीच केवल एक ही गैरेज है और वहां से सफाई वाहनों का संचालन किया जाता है। ये कबाड़ वाहन उस समय के हैं जब नगर निगम एक था। जगह की कमी होने पर इन कंडम वाहनों पर ध्यान दिया गया और इन्हें नीलामी के लिए निकाला गया।