राजस्थान

खेल का मैदान जंग के मैदान में हुआ तब्दील जानिए

Admin4
1 Oct 2022 12:05 PM GMT
खेल का मैदान जंग के मैदान में हुआ तब्दील जानिए
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भरतपुर। राजस्थान के कई जिलों में इन दिनों राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में भरतपुर जिले के लोहागढ़ में भी राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल का आयोजन किया गया था। लेकिन खेल के बीच में हुआ यूं की खेल मैदान जंग का मैदान बन गया। दरअसल, एक टीम के खिलाड़ियों ने दूसरी टीम पर गड़बड़ी का आरोप लगा दिया। इसके बाद खिलाड़ियों ने हंगामा खड़ा कर दिया और जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। मामला इतना बढ़ गया कि, ओलंपिक खेल का समापन करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह वहां से वापस निकल गए।
विवाद का ये है कारण
दरअसल, राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल का समापन शनिवार को लोहागढ़ स्टेडियम में होना था। कबड्डी के सेमीफाइनल गेम का यह मुकाबला सेवर और कासौट गांव की टीमों के बीच हुआ था। लेकिन कुछ कारणों की वजह से मैच को रद्द कर दिया था। लेकिन बाद में जब मैच करवाया गया, तो कासौट गांव की टीम ने कम समय देने का आरोप लगाया। जिसके बाद आज प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर जब फाइनल मैच होना था तो कासौट टीम ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बवाल मचा दिया। हंगामे के बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। वहीं, मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को बल प्रयोग तक भी करना पड़ा।
समापन करने पहुंचे थे मंत्री
ओलंपिक खेल का समापन करने के लिए कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह लोहागढ़ स्टेडियम पहुंचे थे। लेकिन खिलाड़ियों द्वारा की जा रही नारेबाजी और हंगामे को देखकर मंत्री समापन किए बगैर ही वापस लौट गए। हालांकि, इस दौरान खिलाडी मंत्री के पक्ष में जयकारे लगाकर इस गड़बड़ी की जांच की मांग कर रहे थे।
खिलाड़ियों का कहना था कि 'जब दो टीमों के बीच मैच होता है तो एक की हार और एक की जीत होती है। लेकिन प्रतियोगिता में भाग ले रहे कोच और पीटीआई गड़बड़ी कर रहे हैं। यहां पक्षपात किया जा रहा है।' बता दें कि, हंगामे के बाद इस मैच को शाम तक के लिए टाल दिया गया है। साथ ही विरोध प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों को अधिकारियों ने आश्वासन दिया गया है कि यदि गड़बड़ी हुई है तो खिलाडी इसका सबूत पेश करें। जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री ने दिया ये बयान
पूरे मामले को लेकर कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि, "राज्य सरकार का उद्देश्य राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल के जरिए लोगों के बीच खेल की भावना को पैदा करना है। लेकिन यहां आयोजित खेल को खेल के आयोजक ही खराब कर रहे हैं। जिला खेल अधिकारी सत्य प्रकाश लुहाच और राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी श्रीनिधि बीटी खेल को बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार हैं।
न्यूज़ क्रेडिट: sachbedhadak
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