अजमेर न्यूज़: केकड़ी नगरपालिका को नगर परिषद का दर्जा मिलने के साथ ही अब शहर का समग्र विकास हो सकेगा। केकड़ी नगर पालिका से नगर परिषद बनने के बाद अब पालिका अध्यक्ष के स्थान पर सभापति का पद होगा। ईओ के स्थान पर आयुक्त होगा।
बता दें कि म्यूनिसिपैलिटी और स्माल टाउन एक्ट के तहत 1929 में केकड़ी नगर पालिका बनी थी। इसके शुरुआती प्रशासक आईसीएस कमिश्नर अजमेर-मेरवाड़ा ईसी गिब्सन और म्युनिसिपल कमेटी के मनोनीत चेयरमैन राय किशनलाल खन्ना बने थे।
वर्ष 1946 में चेयरमैन के लिए निर्वाचन प्रक्रिया शुरू हुई। कानमल कर्णावट नगरपालिका के पहले निर्वाचित चेयरमैन बने। नगर पालिका में पहले 25 वार्ड थे। उसके बाद 30 वार्ड हो गए। वर्ष 2020 में नगर पालिका में वार्डों की संख्या 30 से बढ़कर 40 कर दी गई। इसके बाद केकड़ी जिला बनने के उम्मीद थी कि नगर परिषद बनाया जा सकता है।
गुरुवार को स्वास्थ्य शासन विभाग ने अधिसूचना जारी कर केकड़ी नगर पालिका को नगर परिषद में क्रमोन्नत किया है। अब नगर परिषद बनने से शहर का समग्र विकास होगा। विकास कार्यों का बजट बढ़ेगा। वहीं सफाई व्यवस्था सहित अन्य आधुनिक उपकरणों का भी उपयोग होगा। सभापति के अधिकार बढ़ जाएंगे।