राजस्थान

बूंदी रामगढ़ टाइगर रिजर्व में तीन महीने बाद जंगल सफारी शुरू होने की उम्मीद

Bhumika Sahu
14 July 2022 12:01 PM GMT
बूंदी रामगढ़ टाइगर रिजर्व में तीन महीने बाद जंगल सफारी शुरू होने की उम्मीद
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टाइगर रिजर्व

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बूंदी, बूंदी रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व को लेकर एक और बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। बूंदी में पर्यटन काे बढ़ावा देने के लिए तीन माह बाद टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी शुरू होने की उम्मीद है। लोकसभा स्पीकर ने बुधवार को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में अधिकारियों की बैठक लेकर रामगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी की शुरुआत करने को लेकर आवश्यक जानकारी ली। इस पर अधिकारियों ने बताया कि रामगढ़ टाइगर रिजर्व में सफारी के लिए मार्ग तय कर लिए गए हैं। सफारी के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के बाद अक्टूबर में मुकंदरा व रामगढ़ टाइगर रिजर्व दोनों ही जगह सफारी शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बरसात की शुरुआत के साथ ही बूंदी की पहाड़ियां का हरियाली ने शृंगार कर दिया है। रिजर्व में छाई हरियाली बरबस मन मोह लेती है। इसके अलावा सभी वाटर प्वाइंटों में इस समय पानी की उपलब्धता है। मेज नदी में भी भरपूर पानी आ रहा है।

कोटा में घड़ियाल सेंचुरी के निकट गतिविधियों को लेकर भी बैठक में बड़ा फैसला हुआ। बिरला ने कहा कि चंबल नदी के किनारे बड़ी संख्या में निर्माण हो चुके हैं। ऐसे में वहां गतिविधियों की विधिवत स्वीकृति मिलनी चाहिए। इस पर अधिकारियों ने कहा कि एक किमी तक ही ईको सेंसेटिव जोन रखे जाने के प्रस्ताव तैयार कर केंद्र को भेज दिए जाएंगे।रामगढ़ में टाइग्रेस को शिफ्ट करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। यहां एक नहीं, दो टाइग्रेस को शिफ्ट किया जाना है। यहां तक कि रणथंभौर टाइगर रिजर्व से लाई जाने वाली टाइग्रेस के लिए रूट भी तय कर लिया गया है। बुधवार को फील्ड डायरेक्टर एसपी सिंह ने रिजर्व में टाइग्रेस की सॉफ्ट रिलीज के लिए बनाए गए एनक्लोजर का जायजा लिया। टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद यहां तेजी से काम हुए हैं। ग्रासलैंड तैयार करने के लिए जूली फ्लोरा को हटाया गया। इसके अलावा टाइगर ट्रैकिंग के लिए नए रास्ते तैयार किए गए। कुछ रास्ते तो ऐसे हैं, जिन पर सैर करना एडवेंचर से कम नहीं होगा। इसके अलावा चेकपोस्टों का भी निर्माण किया गया है। जंगल पूरी तरह से टाइगर के लिए अनुकूल है और यह बात इसी से स्पष्ट हो जाती है कि टी-115 यहां पिछले दो साल से है। प्रकृति ने बूंदी को सुंदरता की दृष्टि से काफी कुछ दिया है, इसके अलावा यहां की विरासत की वजह से भी पर्यटन मजबूत है। हर साल यहां एक लाख से अधिक देशी, विदेशी सैलानी घूमने के लिए आते हैं। सफारी की शुरुआत होना पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित होगा। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। नए ग्रुप आएंगे, जिससे पर्यटकों के रहने के लिए होटल्स का निर्माण होगा। वर्तमान में भी बूंदी में 30-35 पेइंग गेस्ट हाउस व होटल्स हैं।


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