न्यायिक कर्मचारियों ने सहायक स्टाफ की संदिग्ध मौत के बाद किया धरना
राजस्थान न्यूज: राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदेशभर में कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. जिससे न्यायिक कार्य भी प्रभावित हो रहा है। अजमेर में बुधवार को न्यायिक कर्मचारियों के साथ ही राजस्थान बार एसोसिएशन ने भी उनका समर्थन करते हुए उनके कार्य का बहिष्कार किया. न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा को जयपुर में न्याय दिलाने के साथ ही उचित जांच व कार्रवाई की मांग भी की है. राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघर्ष समिति के राज्य मंत्री ओमप्रकाश ने बताया कि जयपुर में कार्यरत नये कर्मचारी सुभाष मेहरा को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. जिससे उसके साथ यह घटना घटी। उन्होंने आरोप लगाया कि सुभाष मेहरा ने आत्महत्या नहीं की थी कि उन्हें मारने की साजिश की जा रही है. लेकिन इस मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और मामला भी दर्ज नहीं किया जा रहा है. जिससे प्रदेश भर के न्यायिक कर्मचारियों में रोष है। इसको लेकर आमरण अनशन के साथ ही जयपुर में धरना दिया जा रहा है और इसके तहत राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया गया है.
जिसके तहत अजमेर कोर्ट में भी कार्य बहिष्कार करते हुए सुभाष मेहरा मौत मामले में उचित जांच की गुहार लगाई जा रही है. इस मौके पर नए कर्मचारियों ने भी विभिन्न समस्याएं बताईं और शासन को ज्ञापन भी सौंपा है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो सभी कर्मचारी उग्र आंदोलन की ओर बढ़ेंगे. वहीं, अजमेर में जिला बार एसोसिएशन ने भी नए कर्मचारियों का समर्थन किया है और इस मामले में उचित जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है।