वकील की हत्या के विरोध में तीसरे दिन भी रहा न्यायिक बहिष्कार
जयपुर: जोधपुर में वकील जुगराज सिंह चौहान की दिन दहाड़े हत्या के विरोध में शहर के अधिवक्ता बुधवार को भी न्यायिक बहिष्कार पर रहे। इस दौरान हाईकोर्ट सहित सभी अधीनस्थ अदालतों में वकीलों ने मुकदमों में पैरवी नहीं की। इस दौरान वकीलों ने हाईकोर्ट और सेशन कोर्ट के बाहर प्रदर्शन कर अधिवक्ता सुरक्षा कानून बनाने की मांग की।
न्यायिक कार्य के बहिष्कार के चलते हाईकोर्ट, जयपुर मेट्रो प्रथम, जयपुर मेट्रो द्वितीय, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट व सांगानेर कोर्ट में न्यायिक कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जयपुर के महासचिव बलराम वशिष्ठ ने राज्य सरकार से जल्द एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग की है। वकीलों का कहना है कि राज्य सरकार ने अपने घोषणा पत्र में वकीलों की सुरक्षा के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने का वादा किया था, लेकिन चार साल के कार्यकाल में यह घोषणा लागू नहीं हो पाई है। हाईकोर्ट बार के पूर्व महासचिव प्रहलाद शर्मा ने बताया कि प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने के लिए उनकी ओर से पूर्व में हाईकोर्ट में जनहित याचिका पेश की गई थी। जिस पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब भी किया था। राज्य सरकार को मामले में गंभीरता दिखाते हुए तत्काल एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करना चाहिए। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के महासचिव गजराज सिंह राजावत ने कहा कि कि पिछले कुछ सालों में वकीलों पर होने वाले हमलों व दुर्व्यवहार की घटनाओं में बढोतरी हुई है। जिसके चलते वकील समुदाय खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। ऐसे में वकीलों की सुरक्षा और उनकी गरिमा को देखते हुए तुरंत एडवोकेट प्रोटेक्शन कानून को लागू किया जाना चाहिए।