उदयपुर न्यूज: राजकीय फतेह स्कूल सूरजपोल उदयपुर के प्राचार्य ने अपने ही स्टाफ के तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. प्रिंसिपल का आरोप है कि उनके स्टाफ लेक्चरर पिंकी साल्वी ने एक अन्य लेक्चरर और सीनियर असिस्टेंट के साथ मिलकर उनके नाम से फर्जी तरीके से ऑनलाइन ऑर्डर जेनरेट किए और चार्ज संभाल लिया.
बताया जा रहा है कि पिंकी साल्वी को कुछ दिन पहले स्कूल के मेन गेट पर ताला लगाने और बदसलूकी करने के आरोप में विभाग ने ड्यूटी से मुक्त कर दिया था. उधर, लेक्चरर पिंकी ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि यह मामला सोची समझी साजिश के तहत दर्ज किया गया है, इसमें जबरदस्ती आदेश जैसा कुछ नहीं है.
प्राचार्य ने अपनी लिखित रिपोर्ट में कहा है कि उनके नाम से ऑनलाइन फर्जी ऑर्डर जनरेट किए गए हैं। फिलहाल सूरजपोल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दरअसल, 17 जनवरी को स्कूल परिसर में चल रहे किसी आंतरिक विवाद के चलते संस्कृत विषय की लेक्चरर पिंकी साल्वी ने तालाबंदी कर दी थी. 20 जनवरी को प्रधानाध्यापिका से दुर्व्यवहार व अन्य कई आरोपों के चलते उन्हें ऑनलाइन कार्य से मुक्त कर दिया गया. साल्वी को स्कूल के काम से मुक्त कर निदेशक कार्यालय बीकानेर जाने को कहा गया।
इसी बीच 25 जनवरी को पिंकी साल्वी ने स्कूल में रसायन शास्त्र के व्याख्याता महेंद्र नागदा व वरिष्ठ सहायक अश्विनी पालीवाल के साथ मिलकर शाला दर्पण पोर्टल पर फर्जी तरीके से ऑर्डर जनरेट किए. शाला दर्पण पर संस्थान प्रमुख द्वारा आदेश जारी कर कार्य ग्रहण किया।