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राजस्थान | सात अस्पतालों में महज नौ यूनिट एबी निगेटिव ब्लड, डोनेट करने की अपील
अस्पतालों में ब्लड खत्म होने लगा है। नतीजतन मरीजों के लिए ब्लड की उपलब्धता एक चुनौती बनी हुई है। हालात इतने विकट हैं कि इमरजेंसी और ट्रॉमा केस की सर्जरी में भी ब्लड के लिए डॉक्टर्स को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। थैलीसीमिया पीड़ितों को भी ब्लड नहीं मिल पा रहा है और निजी ब्लड बैंक से खरीदना पड़ रहा है।
गंभीर स्थिति का अंदाजा इस बात से लगता है कि जेके लोन में बी-पॉजिटिव और ए निगेटिव जैसे ब्लड तो बिलकुल ही नहीं हैं। महिला अस्पताल और जनाना अस्पताल में ए निगेटिव की एक यूनिट भी नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि अधिक से अधिक लोग अस्पतालों में जाकर ब्लड डोनेट करें।
अस्पतालों में AB+ का स्टॉक भी खत्म हो चुका
एसएमएस और ट्रॉमा अस्पताल के अलावा जनाना, महिला, जेके लोन, एससीआई और कांवटिया अस्पताल में 1 यूनिट भी ए निगेटिव ब्लड नहीं है। एससीआई में भी ए निगेटिव के अलावा एबी पॉजिटिव और एबी निगेटिव बिल्कुल नहीं है।
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