Jhunjhunu: प्राइमरी में हर महीने तो सैकंडरी स्कूलों में हर सप्ताह में होंगे टेस्ट
झुंझुनू: District Executive Committee की बैठक kalबुधवार को Collector Chinmayi Gopal की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें विभिन्न बिंदुओं पर शिक्षा विभाग की समीक्षा की गयी. पूरी जानकारी के साथ नहीं आने पर कलेक्टर ने शिक्षा अधिकारियों को फटकार लगाई और अगली बैठक में पूरी जानकारी के साथ आने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने Education Department के अधिकारियों से साइकिल वितरण, बाल गोपाल योजना, मध्यान्ह भोजन, बच्चों के नामांकन, प्रयोगशालाओं की स्थिति, शिक्षा की गुणवत्ता के संबंध में सीधे सवाल पूछे। शिक्षा अधिकारियों द्वारा पांच बिंदुओं की जानकारी लाने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि बैठक में सभी मुद्दों और बिंदुओं की समीक्षा करना जरूरी है.
बैठक में स्कूली बच्चों की आधार सीडिंग, मध्याह्न भोजन पोषाहार की नियमित जांच कर स्वच्छ पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने एवं साफ-सफाई के निर्देश दिये गये. प्रत्येक ब्लॉक से उत्कृष्ट कार्य करने वाले दो शिक्षकों को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। रोबोटिक लैब के सुचारू संचालन के लिए 19 बिट्स और तकनीकी कर्मचारी कंप्यूटर प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रशिक्षण से शिक्षकों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में दक्षता बढ़ेगी। जिला स्तर पर समितियां प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के शैक्षिक मूल्यांकन पत्र तैयार करेंगी। प्राथमिक स्तर पर हर महीने और माध्यमिक स्तर पर हर हफ्ते टेस्ट और होमवर्क चेक किया जाएगा। समीक्षा बैठक में शिक्षा विभाग की मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अनुसुइया सिंह शामिल नहीं हुईं. कलेक्टर ने दोनों डीईओ से इस संबंध में पूछताछ की।
वहीं, डीईओ Secondary and Primary के नाथासर गांव के सरकारी स्कूल में केवल 5 विद्यार्थी नामांकित थे और 2 शिक्षक कार्यरत थे. इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। बैठक में कलेक्टर ने नामांकन बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले तो नामांकन अपने आप बढ़ जाएगा। बच्चों के आवास हेतु आवश्यक सुविधाओं के साथ उत्कृष्ट शैक्षणिक कार्य किया जाये। इससे भरोसा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि अधिकतर शिक्षकों को अपने नजदीकी गांवों में तैनात किया जाए, खराब नामांकन व शैक्षिक स्तर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए नए सत्र में बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने Computer Education Course तैयार कर नियमित अध्यापन कराने, स्कूलों में सभी प्रयोगशालाओं को सुचारू रूप से संचालित करने, नियमित प्रायोगिक कार्य करने के साथ निजी शिक्षण संस्थानों का निरीक्षण करने तथा मानकों के अनुरूप न होने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
बैठक में कलेक्टर ने सभी सीबीईओ से उनके ब्लॉक के स्कूलों में संचालित आईसीटी लैब की संख्या पूछी, लेकिन अधिकारी जानकारी नहीं दे सके। इस पर कलेक्टर ने सख्त लहजे में अधिकारियों को आईसीटी लैब शुरू करने और कंप्यूटर शिक्षकों की मैपिंग कर नियमित कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए. साथ ही अपने कंप्यूटर प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण देने की भी बात कही. कलेक्टर ने छात्र-शिक्षक अनुपात की रिपोर्ट देने तथा प्राथमिक विद्यालयों में 10 से कम छात्र होने पर शिक्षकों को नोटिस देने के निर्देश दिये।