जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी ने पूरे राजस्थान में पहला ए आई इनेबल्ड रोबोट्स बनाए
जयपुर: जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के जे यू मेकरस्पेस ने रोबो सोकर का आयोजन किया, इसमें 10 टीमों और 70 स्टूडेंट्स ने लिया हिस्सा, इस देखने 300 से अधिक स्कूल स्टूडेंट्स पहुंचे। रोबो सोकर एक ऐसा खेल है जहा सिर्फ स्टूडेंट्स द्वारा बनाएं गए रोबोट मशीन ही मैदान में उतरते है, एक बार खेल के शुरू होने के बाद मानव इनपुट केवल रेफरी से होता है। इसका मुख्य आकर्षण रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनेबल्ड वायरलेस रोबो जो की फर्स्ट ईयर के बच्चो द्वारा बनाए गए थे। ऐसे ए आई इनेबल्ड रोबोट्स पहली बार बनाए जा रहे है।इस खेल को डिजाइन करने के पीछे जेयू मेकरस्पेस का मुख्य कारण ये था की एक मैनुअल रोबोट तैयार हो जो की ऐसे एरेना में मैच खेलने में सक्षम हो।
साथ ही इसे फ्लिपिंग, किकिंग,और रोबोट कंट्रोल को टेस्ट करने के लिए आयोजित किया गया। इस खेल की अनोखी बात रोबोट फॉर फैकल्टी v/s फैकल्टी प्रतियोगिता रही, जहां दो टीचर अपने अपने बोट्स के साथ मुकाबला करेंगे। जेयू मेकरस्पेश यूनिवर्सिटी में उभरते मेकर्स को जगह देता है जहां बच्चे अपने विचारो को वास्तविकता का रूप दे सकते है।
जेयू मेकर्सस्पेस उत्तर भारत का ऐसा पहला इनोवेशन सेल है जहां 3डी प्रिंटिंग, आईओटी मशीन लर्निंग,इत्यादि पर काम होता है। कोविड के दौरान मेकरस्पेस ने एसएमएस हॉस्पिटल में 500 से अधिक फेस शील्ड बाटे थे। यह स्टूडेंट्स पेटेंट करवाने पे भी काम करते है। यह उन चुनिंदा तकनीकी कम्यूनिटीज में से एक जहा आपका बैकग्राउंड नही सिर्फ तकनीक की ओर आपका जुनून मांगता है। चेयरपर्सन, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, अर्पित अग्रवाल ने बताया की यह छात्रों द्वारा और छात्रों के लिए एक तकनीकी समुदाय है जहां बच्चे अपने अनोखे विचारो को परखते है और रोबो सोकर जैसे खेल इनका मनोबल बढ़ाने का काम करते है। हेड डिजिटल स्ट्रेटजी,जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, धीमांत अग्रवाल ने साझा किया की हमेशा बच्चे वायर वाले रोबोट बनाते थे इस बार इन्होंने वायरलेस रोबोट बनाया है और उसका नतीजा काफी सराहनीय है।
हेड इनोवेशन सेल,जेयू मेकरस्पेस,शेखर और सीनियर टेक्निकल लीड,जेयू मेकरस्पेस,अनिल कुमार शर्मा ने बताया की इस तरह के इवेंट्स करवाने का उद्देश्य है "लर्निंग विथ फन" साथ ही इस से बच्चो का डिसीजन मेकिंग स्ट्रॉन्ग होता है और कॉन्फिडेंस आता है।