मुख्यमंत्री संपर्क पोर्टल पर की गई शिकायतों का जेडीए इन्फोर्समेंट विंग दिखा रही फर्जी डिस्पोजल
जयपुर। प्रदेश के लोगों की समस्याएं सुनने औऱ उनके समाधान के लिए मुख्यमंत्री संपर्क पोर्टल पर सरकार भारीभरकम खर्चा कर रही है। शिकायतों और समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभाग और शिकायतकर्ताओं के बीच को-आर्डिनेशन के लिए काफी सारा स्टाफ बिठाया हुआ है। लेकिन, जेडीए इन्फोर्समेंट विंग के अफसर शिकायतों का फर्जी डिस्पोजल दिखाकर संपर्क पोर्टल का मजाक बनाने में लगे हैं। ऐसा ही मामला है अजमेर रोड स्थित होटल द पैलेस बाइ पार्क ज्वैल्स होटल एंड रिसोर्ट्स का।
इस संबंध में 29 मार्च, 2023 को संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई थी कि इस होटल की स्वीकृति रिसॉर्ट्स के लिए दी गई थी। प्रबंधन ने स्वीकृत नक्शों के विपरीत जाकर पार्किंग एरिया और छत पर भी निर्माण कर लिया है। इसके अलावा और भी कई नियमों का उल्लंघन किया गया है। जेडीए के अधिकारी पहले तो इस शिकायत को इधर-उधर घुमाते रहे। फिर एन्फोर्समेंट विंग की इंस्पेक्टर निर्मला के पास यह मामला हस्तांतरित हो गया। कुछ दिन बाद देखा कि संपर्क पोर्टल पर यह कहकर शिकायत का डिस्पोजल दिखा दिया गया कि यह होटल वर्ष 2019 से ही चल रहा है। इसका निर्माण जेडीए द्वारा स्वीकृत नक्शों के अनुरूप किया गया है। इंस्पेक्टर ने 17 मई, 2023 को मौका देखा जाना भी शिकायत के डिस्पोजल में लिखा है।
दरअसल, इंस्पेक्टर निर्मला ने ना तो पार्किंग एरिया का निरीक्षण किया और ना ही छत पर बन रहे कमरों का। यहां तक कि इस बात की पुष्टि भी नहीं की कि होटल प्रबंधन ने जेडीए से कंप्लीशन सर्टिफिकेट औऱ अधिवास प्रमाण-पत्र लिए हैं अथवा नहीं। जबकि आरटीआई की सूचना के मुताबिक रिसॉर्ट प्रबंधन ने 31 मार्च, 2023 तक जेडीए से ना तो कंप्लीशन सर्टिफिकेट लिया था और ना ही पूर्णता प्रमाण-पत्र। यहां तक कि जेडीए को इसके लिए जरूरी चैक लिस्ट के मुताबिक दस्तावेज सौंपे थेे।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।