राजस्थान
किशन लाल के परिवार को न्याय दिलाने के लिए निकाली जन आक्रोश रैली
Shantanu Roy
12 Oct 2022 5:15 PM GMT

x
बड़ी खबर
अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में अनुसूचित जाति एवं महिला उत्पीड़न सहित जिले में बिगड़ी कानून व्यवस्था के विरोध में जिला संघर्ष समिति ने जन आक्रोश रैली निकाली। जिला संघर्ष समिति के लोगों ने कंपनी बाग से लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय तक जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। समिति संयोजक व जिला परिषद सदस्य सरिता राज ने बताया कि यह जन आक्रोश रैली ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। समिती के लोगों ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि कुछ दिनों बदमाशों ने पहले किशन लाल जाटव और योगेश जाटव की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। लेकिन पुलिस ने इस हत्या को दुर्घटना बताया। अभी तक दोनों मृतकों के परिवार वालों को न्याय नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव के चलते दलित समाज के मुद्दों पर लीपापोती कर कर रहा है।
उन्होंने कहा, इसी तरह महिला उत्पीड़न के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन महिला उत्पीड़न के मामलों पर किसी भी प्रकार का कोई अंकुश नहीं लगा पा रहा है। वहीं भाजपा नेता राजेंद्र कसाना ने कहा, रामगढ़ में लगातार अत्याचार हो रहा है। महिलाओं के साथ महिला उत्पीड़न बढ़ रहा है। अब यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किशन लाल की हत्या हुई है लेकिन अभी तक उसके परिवार को न्याय नहीं मिल पाया है। पुलिस प्रशासन ने किसी भी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया। पुलिस प्रशासन उचित कार्रवाई करते हुए किशन लाल के परिवार को न्याय दिलाए। उन्होंने कहा कि अगर परिवार को न्याय नहीं मिला तो आगामी दिनों में बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
किशनलाल की पीट-पीटकर की थी हत्या
बता दें कि 29 अगस्त को अलवर के बड़ौदामेव थाना क्षेत्र के अहमदबास निवासी किशन जाटव पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। उनका इलाज जयपुर में एसएमएस चल रहा था जहां उनकी मौत हो गई। किशनलाल जाटव के साथ मारपीट की घटना के बाद उसकी पत्नी संतरा देवी ने बड़ौदामेव थाने में रिपोर्ट लिखाई।
किशनलाल पर लाठी डंडों से किया था हमला
किशनलाल जाटव की पत्नी ने बताया कि 29 अगस्त को किशनलाल जाटव अपनी बाइक से लक्ष्मणगढ घर के सामान की खरीददारी करने के लिए निकला था। वहां से लौटने पर वह दोपहर एक से दो बजे के बीच सराय अहमदबास के बीच पेशाब करने के लिए रुका था। उसी दौरान बाइक पर आए अजू मेव व उसके दो साले और सोराइ निवासी निक्को मेव ने वहां पहुंच कर घेराबंदी कर किशनलाल पर लाठी डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले से वह किशन लाल गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे लेकर लक्ष्मणगढ सीएचसी पहुंचे। हालत गंभीर होने पर उसे अलवर रेफर कर दिया गया। अलवर जनरल अस्पताल से परिजन उसे अलवर के ही एक निजी अस्पताल में ले गए, वहां से भी किशनलाल को जयपुर रेफर कर दिया गया। 20 दिन बाद एसएमएस में भर्ती किशनलाल जाटव की इलाज के दौरान मौत हो गई।
Next Story