राजस्थान

जैसलमेर : प्रशासन व राशन डीलरों के बीच हुई वार्ता सफल, मिला आश्वासन, 6 दिनों से चल रहा राशन डीलरों का धरना समाप्त

Renuka Sahu
7 Oct 2022 4:59 AM GMT
Jaisalmer: The talks between the administration and the ration dealers were successful, got assurance, the ration dealers strike ended for 6 days
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न्यूज़ क्रेडिट : aapkarajasthan.com

जिले के राशन डीलरों की विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 6 दिनों से जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना समाप्त हो गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जिले के राशन डीलरों की विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 6 दिनों से जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना समाप्त हो गया है। गुरुवार को प्रशासन के साथ सफल बातचीत के बाद इसका समापन हुआ। महिला आयोग की सदस्य अंजना मेघवाल एवं प्रशासन की ओर से जिला रसद अधिकारी सांवर मल रेगर एवं राशन डीलरों के प्रतिनिधियों ने राशन डीलरों की हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की। जिला रसद अधिकारी सांवरमल रेगर ने कहा कि मामले राज्य सरकार के स्तर पर निपटान के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि राशन डीलरों द्वारा जिला प्रशासन को 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया था, जिस पर प्रशासन ने तत्काल निर्णय लेते हुए राशन डीलरों को त्वरित समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर ने राशन डीलरों की मांगों को सुनने के बाद उन्हें पूरा करने के निर्देश दिये।

राशन डीलर संगठन के भोम सिंह पिठाला ने कहा कि वे 6 दिनों से धरने पर थे और उनकी अपनी मांगें थीं, जिसके लिए प्रशासन ने बात की और उन्हें जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया, जिस पर हड़ताल समाप्त हुई। उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांगें इस प्रकार हैं।
सभी राशन डीलरों को संविदा कर्मचारी घोषित किया जाए, आयोग की सभी सिफारिशों को लागू किया जाए।
15.21 राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार 15.21 रुपये की कटौती रोकी जाए और कटौती वापस की जाए।
दो प्रतिशत अपव्यय दिया जाए, नई पीओएस मशीनों के टेंडर निरस्त किए जाएं, जहां मशीनें खराब हों वहां मशीनें बदली जाएं।
नई मशीनों को समायोजित करने से पहले मशीनों की संख्या
2016 से, जिन मशीनों में गलत स्टॉक की आपूर्ति की गई थी, उनका निपटान किया जाना चाहिए।
2016 लेवी चीनी डीलरों के पास है, यह क्षतिग्रस्त है और इसे निपटाने की जरूरत है।
राज्य सरकार के आदेशानुसार, आंगनबाड़ियों और प्रवासियों को वितरण ऑफ़लाइन किया गया था, यह हमारी पीओएस मशीनों में स्टॉक था जिसे निपटाना था।
जैसलमेर जिले में अनाज की आपूर्ति के समय पूरी राशि एकत्र की जाती है, जिसे कमीशन काटकर मार्जिन मनी के रूप में लिया जाना चाहिए।
प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना के कमीशन को समायोजित करने के लिए, जिसका भुगतान थोक व्यापारी को किया जाना चाहिए।
जैसलमेर जिले के एक कोरोना योद्धा स्वर्गीय मधुसूदन भाटिया की मृत्यु के लगभग दो वर्ष बाद उनकी पत्नी के नाम दुकान आवंटित करने और 400 रुपये प्रति क्विंटल कमीशन देने की मांग की गई थी।
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