राजस्थान

Jaipur: जल संसाधन मंत्री 11 जून को दौसा

Tara Tandi
10 Jun 2025 1:22 PM GMT
Jaipur: जल संसाधन मंत्री 11 जून को दौसा
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Jaipur जयपुर । जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत 11 जून, 2025 को दौसा, करौली और धौलपुर की विभिन्न जल परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे। 'वंदे गंगा' जल संरक्षण-जन अभियान में तीनों जिलों के किसानों और आमजन को पर्याप्त जल उपब्लधता की सौगातें मिलेंगी।
श्री रावत बुधवार सुबह 10 बजे मोरेल नदी पर ग्राम समेल लालसोट में निर्मित समेल एनिकट को लोकार्पित करेंगे। इसके बाद शाम 4 बजे पांचना बांध का पुर्नवास एवं सुधार कार्य सहित अन्य एनिकट निर्माण कार्यों का भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे। यहीं से धौलपुर की 61 करोड़ रूपए लागत से तैयार 07 एनिकट/सिंचाई परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया जाएगा। यह परियोजनाएं जल संरक्षण की दिशा में स्थायी समाधान और स्थानीय पर्यावरण सुधार में महत्वपूर्ण साबित होंगी।
दौसा के लालसोट में समेल एनिकट के निर्माण में अब तक 19.82 करोड़ रूपए की लागत आई है। इससे समेल, होदायली, गुजरहेरा, मंडलिया, जगसरा, गुमानपुरा सहित आसपास के गांवों व ढाणियों को लाभ होगा। जल संग्रहण से भू-जल रिचार्ज होगा, जिससे पेयजल व सिंचाई के लिए पर्याप्त जल मिल सकेगा। पशुपालन और वन्यजीवों के लिए भी एनिकट उपयोगी सिद्ध होगा। इसमें गेटेड प्रणाली का प्रावधान है।
पांचना बांध के पुर्नवास एवं सुधार कार्य का होगा भूमि पूजन-
श्री रावत करौली में 28 करोड़ रूपए से अधिक के 4 कार्यों का भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे। इनमें, पांचना बांध के समग्र जीर्णोद्धार व आधुनिकीकरण कार्य का भूमि पूजन होगा। पांचना बांध के कार्यों में पिंचिंग, ड्रेनेज गेलेरी की रिपेयरिंग, बांध के एप्रोच रोड का निर्माण, डी.जी सेट सप्लाई, बांध के गेटों की मरम्मत, हाई मास्ट लाइट, पत्थर की चिनाई, स्पिलवे निर्माण सहित विभिन्न कार्य होंगे। इसमें 14 करोड़ रूपए से अधिक की लागत आएगी। इन कार्यों से बांध अधिक सुदृढ़ होगा और क्षमता बढ़ेगी।
करौली में तहसील सूरौठ की ग्राम पंचायत वाईजट में नाले पर नवीन एनिकट का निर्माण होगा। इसमें लगभग 6.06 करोड़ रूपए की लागत आएगी। इससे ग्राम वाईजट, धुरसी, ईन्तखेड़ा, विजयपुरा आदि गांवों के भू-जल स्तर में वृद्धि होगी। सपोटरा तहसील की ग्राम पंचायत कालागुड़ा में 1.62 करोड़ रूपए की लागत से तिखूटी एनिकट का निर्माण होगा। तहसील सूरौठ की ग्राम पंचायत जटनगला के पास जग्गर नदी पर एनिकट बनेगा। इसमें 6.31 करोड़ रूपए की लागत आएगी। इससे ग्राम जटनगला, एकोराशी, बहादुरपुर, आलापाड़ा इत्यादि गांवों में भू-जल स्तर बढ़ेगा। पशु-पक्षियों को सुलभ पानी मिलेगा। तीनों ही जगहों पर ऑवर फ्लो एनिकट, अपस्ट्रीम व डाउनस्ट्रीम लेमिना कार्य, डाउनस्ट्रीम एप्रॉन कार्य, प्लम कंक्रीट, विंग वॉल, कट ऑफ वॉल सहित विभिन्न कार्य कराए जाएंगे।
धौलपुर में 61 करोड़ रूपए की 7 परियोजनाओं का होगा लोकार्पण-
'रिहैबिलिटेशन ऑफ उर्मिला सागर मीडियम इरीगेशन प्रोजेक्ट' में 8.89 करोड़ रूपए लागत आई है। इससे धौलपुर विधानसभा क्षेत्र के 25 गांवों की 2900 हैक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध होगा। उर्मिलासागर बांध की शेष बची 21.87 कि.मी लम्बाई की नहरी तंत्र को पक्का करने, बांध सुदृढ़कीरण, फिल्टर टो एवं केच ड्रेन का कार्य, 3 डब्ल्यू.यू.ए भवन निर्माण और महिलाओं के लिए स्नानघाट और पशुओं के लिए कैटल रैम्प के कार्य कराए गए हैं। इनसे सीपेज की समस्या के समाधान से जल व्यर्थ नहीं बहेगा।
- ‘पार्वती बांध की सैंपऊ ब्रांच का आर.डी 2100 मीटर से 4300 मीटर तक जीर्णोद्धार कार्य‘ 5.62 करोड़ रूपए से किया गया है। इससे 35 गांवों की 3400 हैक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा।
- पार्वती नदी पर संजापुरी आश्रम के पास 220 मीटर लम्बाई, 2 मीटर ऊंचाई एवं 27.85 एमसीएफटी जलभराव वाले नवीन एनिकट निर्माण कार्य हुआ है, जिसमें 21.25 करोड़ रूपए व्यय हुए हैं। बसेड़ी तहसील क्षेत्र में कार्य से 12 गांवों (बरई, भगरीपुरा, बनौरा, अर्जुन का पुरा, कांकोर, पूंठ, कच्छपुरा, इब्राहिमपुर, धीमरी, गोटे का पुरा, खरगपुरा, खरगपुर कॉलोनी इत्यादि) के जलस्तर में वृद्धि होगी।
- रिपेयर, रिनोवेशन एंड रेस्टोरेशन ऑफ उमरेह बांध एंड कैनाल कार्य। इसमें 1.37 करोड़ रूपए से उमरेह बांध की नहरी तंत्र की लाईनिंग और बांध सुदृढ़ीकरण के कार्य हुए हैं। लागत 1.37 करोड़ रूपए। इससे बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के 3 गांवों की 323.88 हैक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा।
- पार्वती मुख्य नहर एवं माकरा ब्रान्च का 6.5 कि.मी लम्बाई में जीर्णोद्धार कार्य, जिसमें 9.95 करोड़ रूपए व्यय किए गए हैं। इससे सैंपऊ तहसील क्षेत्र के 42 गांवों की 5500 हैक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। यहां नहर को पक्का करने से नहर में हो रहे सीपेज की समस्या का समाधान होगा। जल को व्यर्थ बहने से रोका जाएगा। क्षेत्र में कृषि उत्पादकता में अभिवृद्धि होगी, जिससे किसानों के सामाजिक और आर्थिक स्तर में सुधार आएगा।
- बामनी नदी पर आश्रम के पास, सरमथुरा-बाड़ी रोड पर 70 मीटर लम्बाई, 2 मीटर ऊंचाई एवं 3.177 एमसीएफटी जलभराव वाले नवीन एनिकट निर्माण कार्य 4.70 करोड़ रूपए लागत कराया गया है। एनिकट में पानी का भराव से 5 गांवों (चौखापुर, आदमपुर, सागौर, सलेमाबाद इत्यादि) के जलस्तर में वृद्धि होगी।
- पार्वती नदी पर बैनपुरा के पास 150 मीटर लम्बाई, 2 मीटर ऊंचाई और 40.31 एमसीएफटी जल भराव वाले नवीन एनिकट का निर्माण कार्य कराया गया है। इस पर 9.68 करोड़ रूपए व्यय हुए हैं। इस एनिकट से 7 गांवों (बैनपुरा, मदारीपुरा, भीमगढ़, टोंटरी, सन्डे का पुरा, अंगद का पुरा, जटपुरा आदि) में जलस्तर बढ़ने से किसान लाभान्वित होंगे।
जल संसाधन संरचना से स्थायी जल समाधान-
जल संसाधन मंत्री श्री रावत के नेतृत्व में विभाग ने राज्य में जल संरक्षण की दिशा में कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विभाग द्वारा बनाई गई और निर्माणधीन संरचनाओं से भविष्य के लिए एक स्थायी जल उपलब्धता संभव हो सकेगी। जल संरचनाओं से पर्याप्त पेयजल और सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हो सकेगा। मानसून के बाद भी खेती में निरंतरता बनी रहेगी।
‘मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में प्रदेश में जल संरचनाओं के विकास को प्राथमिकता से गति दी जा रही है। तीनों जिलों के कार्यों से पेयजल और सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हो सकेगा। यह संरचनाएं मील का पत्थर साबित होंगी। ‘- श्री सुरेश सिंह रावत, जल संसाधन मंत्री
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