जयपुर: ठगों ने ओएसडी को फोन कर आईएएस कुलदीप रांका के नाम पर मांगे रुपये
राजस्थान न्यूज़: राजधानी जयपुर में साइबर ठगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रमुख सचिव आईएएस कुलदीप रांका की तस्वीर का गलत इस्तेमाल करते हुए व्हाट्सएप प्रोफाइल पर फोटो लगाई और फिर आईएएस कुलदीप रांका के ओएसडी फोन कर जयपुर से बाहर होने का हवाले देकर रुपयों की मांग की। शक होने पर पड़ताल की तो नंबर किसी अन्य व्यक्ति का पाया गया। जबकि फोटो आईएएस कुलदीप रांका की लगी हुई थी। फ्रॉड की इस करतूत की जानकारी ओएसडी ने कुलदीप रांका को दी। थोड़ी देर में पता चला कि ठगों ने कुलदीप रांका के कई अन्य परिचितों को भी इसी प्रकार से व्हाट्सएप कॉल कर इमरजेंसी का हवाला देकर रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा है। हालांकि सजगता के चलते कोई भी व्यक्ति ठगों के झांसे में नहीं आया। इसके बाद सीएम के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका के ओएसडी ने स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम पुलिस थाने पहुंच अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
थानाधिकारी सतीश चंद ने बताया कि बरकत नगर किसान मार्ग निवासी विवेक जैन (50) ने मामला दर्ज करवाया है कि वह सीएम के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका के ओएसडी है और उनके मोबाइल पर मैसेज और वाट्सऐप कॉल आए थे। वॉट्सऐप कॉल करने वाले से बात हुई तो बोला कि वह कुलदीप रांका बोल रहा है। वह जयपुर से बाहर है और मोबाइल काम नहीं कर रहा है। उन्हे कुछ रुपयों की जरूरत है,तो जल्दी से ऑनलाइन ट्रांसफर कर दो । जब ओएसडी विवेक के आवाज में चेंज के बारे में पूछने पर बोला कि वह बाहर है, इसलिए ऐसी आवाज आ रही है,तुम जल्दी काम करो, रिटर्न आकर लौटा देंगे या किसी को भेज देगे। इस कॉल से सकते में आए जैन ने उस प्रोफाइल को ट्रेस किया। वॉट्सऐप पर आईएएस कुलदीप रांका का फोटो लगा था,लेकिन आवाज को लेकर ओएसडी को शक हुआ। अक्सर बातचीत होने के बाद आवाज में बदलाव होने पर उसने आईएएस कुलदीप रांका के मोबाइल नंबर पर कॉल किया। वॉट्सऐप कॉलर की जानकारी देने पर साइबर ठग के कॉल करने का पता चला। ठग ने 2-3 अधिकारियों को भी वॉट्सऐप कॉल कर रुपए मांगे, लेकिन ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने से पहले ही सजगता के चलते ठगी होने से बच गई।
थानाधिकारी सतीश चंद का कहना है कि जिन नंबरों का प्रयोग कर व्हाट्सएप कॉल की गई है उसे ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही व्हाट्सएप हेड क्वार्टर से भी संबंधित नंबर को लेकर जानकारी मांगी गई है। साइबर सेल ठगों का पता लगाने में जुटी हुई है और जल्द ही ठगों को गिरफ्तार किया जाएगा।