जयपुर: बंदी को लूटपाट करते पकडा, जानलेवा हमला कर लूट की वारदात को भी अंजाम दिया
जयपुर क्राइम न्यूज़: मानसरोवर थाना इलाके में हत्या की वारदात में सजायाफ्ता बंदी की ओर से खुली जेल से बाहर निकल एक महिला पर जानलेवा हमला कर लूट की वारदात को अंजाम देने का मामला सामने आया है। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद भाग रहे आरोपित को राहगीरों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। जांच अधिकारी एएसआई रोहिताश यादव ने बताया कि हत्या की वारदात में सजायाफ्ता बंदी आबिद सांगानेर खुली जेल से हाजिरी लगाने के बाद बाहर निकला और उसके बाद वह टहलता हुआ मानसरोवर थाना इलाके के किरण पथ चौराहे होता हुआ मध्यम मार्ग से शिप्रा पथ की ओर चल पड़ा। तभी रास्ते में 34 सेक्टर में एक मकान का गेट खुला देख सामान चुराने के लिए आबिद अंदर घुसा। जैसे ही आबिद मकान के अंदर घुसा तो कमरे में सो रही महिला जाग गई और शोर मचाने लगी। जिसे देखकर आबिद ने महिला का गला घोंटने की कोशिश की और जानलेवा हमला करते हुए पर्स और मोबाइल लूटकर भागने लगा। इस दौरान महिला ने काफी संघर्ष किया जिसके चलते आबिद के चेहरे और हाथ पर खरोंच लगी और महिला के भी हाथ-पांव में चोट आई। इसके बाद आबिद ने महिला को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और सामान लूटकर मकान से भागते हुए बाहर निकला।
महिला उसके पीछे चिल्लाते हुए भागी जिस पर राहगीरों ने आबिद को दबोच लिया इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने आबिद को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से हुई प्रारंभिक पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि वह हत्या की वारदात में सजायाफ्ता है और 10 साल सेंट्रल जेल में सजा पूरी होने के बाद उसे हाल ही में सांगानेर स्थित खुली जेल में शिफ्ट किया गया है। खुली जेल में रहने वाले बंदियों को सुबह हाजिरी लगाने के बाद काम करने और कुछ रुपये कमा कर लाने के लिए बाहर जाने की इजाजत होती है। शाम 6 बजे बाद उन्हें वापस खुली जेल में लौटना होता है जहां पर फिर से उनकी हाजिरी की जाती है। आबिद भी खुली जेल में हाजिरी लगाने के बाद कमाने के लिए बाहर निकला। लेकिन उसने मेहनत करने की बजाए अपराध करना ही उचित समझा। फिलहाल आबिद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।