Jaipur: शांतिपूर्वक विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार: डोटासरा
जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू द्वारा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दिए गए हिंसक बयान का विरोध कर रहे राजस्थान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी निंदनीय है। लोकतंत्र में सुरक्षा दायरे का पालन करते हुए काले झंडे दिखाना,
नारेबाजी करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है। रवनीत बिट्टू को अपने बयान पर पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
शांतिपूर्वक विरोध लोकतांत्रिक अधिकार: डोटासरा
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बेशर्मी से बदजुबानी करने वाले केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू का जयपुर में शांतिपूर्ण विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने की निंदा करता हूं। शांतिपूर्वक विरोध लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन डरी हुई भाजपा सरकार हर विरोध को कुचलना चाहती है। बदजुबान मंत्री को विरोध से बचाने के लिए भाजपा सरकार द्वारा पूरे शहर को छावनी में तब्दील करना एवं तानाशाही रवैया अपनाना शर्मनाक है।
ऐसी बेचैनी और डर आखिर क्यों ?
राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि क्यों इतनी घबराहट, ऐसी बेचैनी, ऐसा डर आखिर क्यों? लोकतंत्र में किसी को भी शांतिपूर्वक तरीके से अपनी बात रखना, विरोध करना लोकतंत्र का एक हिस्सा है। विरोध के इस अधिकार को भाजपा सरकार तानाशाही तरीके से कुचलने का जो कुंठित प्रयत्न कर रही है वह निंदनीय हैं।