Jaipur: रोहिंग्या और घुसपैठिये को राजधानी जयपुर से बाहर करने की तैयारी
राजस्थान: जयपुर में रोहिंग्या और घुसपैठियों को चिह्नित कर बाहर करने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, जयपुर शहर में संचालित हटवाड़ों में व्यापार करने वालों और स्ट्रीट वेंडर्स को अब नगर निगम नए सिरे से पहचान करके लाइसेंस जारी करेगा। इसके लिए एक सर्वे करवाया जाएगा, जिसमें इनकी पूरी जांच पड़ताल होगी।
देश में लगभग 15 करोड़ लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्ट्रीट वेंडिंग से जुड़े हैं। जयपुर शहर में भी हर दिन किसी न किसी इलाके में हॉटवाड़ा लगता है। इस संबंध में एनयूएलएम समिति के अध्यक्ष अरुण शर्मा ने कहा कि शहर में चल रहे होटवारों में गरीबों का हक मारा जा रहा है. ग्रेटर निगम क्षेत्र में निगम प्रशासन की मंजूरी के बिना हटवाड़े चल रहे हैं, जहां गरीबों की जगह घुसपैठिए सामान बेच रहे हैं। ऐसे में निर्णय लिया गया कि इन हटवारों का सर्वे कर रेहड़ी-ठेले वालों का रिकॉर्ड तैयार किया जाए ताकि उनकी पहचान की जा सके और उनका नाम वेंडरों की सूची में शामिल कर लाइसेंस दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि जयपुर में कई अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या रेहड़ी-पटरी वाले बनकर डेरा जमाए हुए हैं. इन लोगों ने शहर के वीआईपी इलाके में मनमाने ढंग से सड़कों और फुटपाथों पर कब्जा कर लिया है. इससे ट्रैफिक जाम होता है और ये लोग कई आपराधिक घटनाओं में भी शामिल होते हैं. वहीं, इन लोगों की वजह से स्थानीय विक्रेताओं के लिए भी रोजगार के अवसर कम होते जा रहे हैं। ऐसे में निगम अब बाहरी लोगों की पहचान कर उन्हें यहां से हटाएगा और उनकी जगह स्थानीय रेहड़ी-पटरी वालों को प्राथमिकता देगा। साथ ही वेंडरों के लिए जगह भी चिह्नित करेंगे, ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या न बने।