जयपुर: पुलिस ने प्रशासनिक अधिकारी को तीन लाख रुपये की संदिग्ध राशि के साथ किया गिरफ्तार
राजस्थान क्राइम न्यूज़: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की चित्तौड़गढ़ टीम ने उपखण्ड कार्यालय बेगूं जिला चित्तौड़गढ़ में कार्रवाई करते हुए सहायक प्रशासनिक अधिकारी कम रजिस्ट्री बाबू कार्यालय तहसीलदार को तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि 15 मार्च को एसीबी की चित्तौड़गढ़ इकाई को मुखबिर के जरिये सूचना प्राप्त हुई कि उपखंड अधिकारी बेगू जिला चित्तौड़गढ़ का मुकेश कुमार मीणा काफी समय से पदस्थापित है उनके द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उनकी आम शोहरत भी खराब है। भ्रष्ट अधिकारी है जो बिना लेनदेन के कोई कार्य नहीं करता है, इस संबंध में ब्यूरो में काफी समय से शिकायतें प्राप्त हो रही थी। जिस पर एसीबी उप महानिरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल के निर्देशन में एसीबी की चित्तोडगढ इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह द्वारा उक्त शिकायतों का सत्यापन करने के लिए 16 मार्च को उपखण्ड कार्यालय बेंगू में स्थित परिसर की आकस्मिक चैकिंग की गई तो सहायक प्रशासनिक अधिकारी मोहम्मद असलम कुरैशी के कक्ष की तलाशी के दौरान उसकी टेबल की दराजों से तीन लाख रुपये की संदिग्ध राशि बरामद हुई। उक्त संदिग्ध राशि के संबंध मोहम्मद असलम कुरैशी से पूछताछ की गई तो बताया कि एक वाद में शीघ्र निस्तारण और निर्णय देने की एवज में यह तीन लाख रुपये की राशि एसडीएम मुकेश कुमार मीणा ने प्राप्त कर टेबिल की दराजों में रखवाई है। जिस पर सहायक प्रशासनिक अधिकारी मोहम्मद असलम कुरैशी को उसके कब्जे से मिली उक्त संदिग्ध रिश्वत राशि तीन लाख रूपयों सहित गिरफ्तार किया गया। इस मामले में उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार भी लिप्त होने की बात सामने आ रही है। इधर तहसीलदार बेंगू रामधन गुर्जर को ब्यूरो की कार्रवाई की भनक हो जाने से वह मौके से फरार हो गया।