Jaipur: मंत्री किरोड़ी मीणा ने विरोधियों पर शायराना अंदाज में कसा तंज
जयपुर: कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने शायराना अंदाज में विरोधियों पर सियासी हमला बोला है। किरोड़ी मीणा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर दो पोस्ट शेयर किए। इनमें बिना किसी का नाम लिए इशारों में जो कहा, वो सीधे उनकी ही पार्टी के नेताओं पर हमला माना जा रहा है।
किरोड़ी की तल्खी के पीछे भाई की हार और बीजेपी की अंदरूनी राजनीति
किरोड़ी की इस तल्खी के लिए बीजेपी की अंदरूनी राजनीति को जिम्मेदार माना जा रहा है. दौसा उपचुनाव में किरोड़ी के भाई जगमोहन मीणा की हार के बाद राजनीति गरमा गई है. किरोड़ी ने एक्स पर लंबी पोस्ट कर भाई की हार के लिए बीजेपी नेताओं की घुसपैठ को जिम्मेदार ठहराया था. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक किरोड़ी बीजेपी नेताओं के एक गुट से बेहद नाराज हैं. किरोड़ी ने अपने भाई की हार के लिए इन नेताओं को जिम्मेदार ठहराया.
वोटों की भीख मांगने की तुलना रावण द्वारा सीता से भीख मांगने से की गई
बीजेपी नेता और दौसा से पूर्व विधायक शंकरलाल शर्मा ने हाल ही में किरोड़ी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि हार पचाने की क्षमता हर किसी में नहीं होती. वे दौसा की जनता पर आरोप लगा रहे हैं. जबकि उन्हें उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए था. किरोड़ी ने साधु बनकर वोट की भीख मांगी, लोगों ने यह बात फैला दी कि रावण भी साधु के भेष में भीख मांगने आया था और सीता का अपहरण कर ले गया. उपचुनाव में बीजेपी ने शंकर शर्मा का टिकट किरोड़ी के भाई जगमोहन मीणा को दिया था. शंकर शर्मा चुनाव प्रचार करने नहीं गये. शंकर शर्मा ने कहा था कि उन्हें बुलाया नहीं गया, वे बिना बुलाए भगवान के पास भी नहीं जाएंगे.
लोकसभा चुनाव में दौसा सीट पर बीजेपी की हार के बाद किरोड़ी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि इसकी घोषणा पहले ही कर दी गयी थी. जिस क्षेत्र में उन्होंने जीवन भर काम किया, वहीं हार गये और इस्तीफा दे दिया। बाद में मान-मनौव्वल का दौर चला। वह कैबिनेट बैठक में शामिल हुए, लेकिन उन्होंने कहा कि वह बैठक में विधायक के तौर पर आये थे.