जयपुर: जैसलमेर में आए रेतीले तूफान से अस्त-व्यस्त हुआ जनजीवन
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान के जैसलमेर जिले में बुधवार देर रात रेतीले तूफान के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। रेत के बवंडर से कोई बड़ी अनहोनी तो नहीं हुई, लेकिन तूफान के चलते कच्ची बस्तियों और अन्य क्षेत्रों में कच्चे झोंपड़े और टीन शेड उड़ गए। केवल जैसलमेर ही नहीं, प्रदेश के कई अन्य शहरों में भी आसमान में रेत का गुबार छाया हुआ है। कई शहरों में गुरुवार सवेरे हल्की बूंदाबांदी हुई। तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की कमी होने से गर्म हवाओं के दौर से अगले तीन-चार दिनों तक राहत बनी रहेगी। मौसम में बदलाव के बाद पाकिस्तान की सीमा से उठे इस रेत के बवंडर ने जैसलमेर जिले में प्रवेश किया। इसकी रफ्तार लगभग 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे थी। इस तूफान के चलते कच्ची बस्तियों और अन्य क्षेत्रों में जबरदस्त दहशत और भय का माहौल बन गया। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कच्चे झोंपड़े और टीन शेड उड़ने लगे। तूफान के चलते किसी बड़ी अनहोनी की जानकारी नहीं मिली है।
पाक से आए रेतीले तूफान के कारण जैसलमेर के विश्व विख्यात सोनार दुर्ग की इमारतें भी एकाएक थर्रा गई। सोनार दुर्ग की चौथी और अंतिम पोल को नुकसान हुआ और उन पर लगे कुछ पत्थर गिरकर धराशायी हो गए। सोनार दुर्ग की ईमारतें 850 वर्षों से भी अधिक पुरानी हैं। तूफान से सोनार दुर्ग की हवा पोल पर अद्भुत नक्काशी से बना कंगूरा और छज्जा गिर गया। आंधी के चलते बिजली काफी देर तक बाधित रही। देर रात से कई शहरी और ग्रामीण इलाकों में विद्युत व्यवस्था सुचारू नहीं हो पाई है। विद्युत विभाग के कर्मचारी समस्या को दुरुस्त करने में लगे हैं। तूफान से नुकसान का आकलन नहीं हो पाया है। शहर में आयोजित कई विवाह कार्यक्रमों में डेजर्ट स्ट्रोम के कारण रंग में भंग पड़ गया। बिजली के जाने के कारण एक तरफ शादी वाले घरों में एकाएक अंधेरा छा गया, तो वहीं उनके विवाह कार्यक्रम भी बिगड़ गए।
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य में मेघगर्जन व आंधी के साथ कहीं-हल्की बारिश दर्ज की गई है। तापमान में भी हल्की गिरावट दर्ज हुई है। राज्य के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव आज भी रहेगा। आज एक बार पुनः दोपहर बाद बीकानेर, अजमेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के जिलों में मेघगर्जन के साथ अचानक तेज हवाएं अथवा धूलभरी आंधी, हवाओं की गति 40 से 50 Kmph तक दर्ज होने की प्रबल सम्भावना है। तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की कमी होने से गर्म हवाओं के दौर से अगले तीन-चार दिनों तक राहत बनी रहेगी। मौसम विभाग ने गुरुवार को एक दर्जन जिलों में मौसम बदलने की संभावना जताई है। विभाग का आकलन है कि नागौर, सीकर, अजमेर , भीलवाड़ा, जयपुर, जयपुर शहर, दौसा, अलवर, टोंक, बूंदी, कोटा, झुंझुनू, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर मेघगर्जन, धूल भरी आंधी, हल्की वर्षा, आकाशीय बिजली, अचानक तेज हवाएं (अपेक्षित हवा की गति 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा) होने की संभावना है।