जयपुर: सांगानेर सदर थाना इलाके में दंपत्ति पर फायरिंग के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मोनू पंडित को महुआ से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से महिला को परेशान कर रहा था और उस पर उससे बात करने का दबाव बना रहा था।
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी मोनू पंडित लगातार महिला आशा देवी पर बात करने के लिए दबाव बना रहा था। उसकी हरकतों से परेशान होकर आशा देवी ने फैक्ट्री जाना भी बंद कर दिया। आरोपी ने महिला से बात करने के लिए उसके पति राजाराम की हत्या की साजिश रची।
अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए आरोपी ने 50,000 रुपये जुटाने के लिए अपने सोने के आभूषण गिरवी रख दिए और धौलपुर से एक देशी पिस्तौल खरीद ली। इसके बाद वह दम्पति के घर पहुंचा और राजाराम की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को देखकर जब आशा देवी रोने लगी तो पकड़े जाने के डर से आरोपी ने उसे भी गोली मार दी।
हत्या से पहले वीडियो कॉल पर दिखी पिस्तौल: हत्या से एक दिन पहले आरोपी ने फैक्ट्री में काम करने वाले प्रदीप नाम के एक व्यक्ति को वीडियो कॉल किया और उसे पिस्तौल दिखाई। अगले दिन प्रदीप ने यह जानकारी मृतक राजाराम के भाई आशाराम को दी, लेकिन जब तक आशाराम राजाराम के घर पहुंचा, तब तक दंपत्ति की हत्या हो चुकी थी। जब आसाराम राजाराम के घर पहुंचे तो उन्होंने दम्पति को खून से लथपथ देखा। घटना के बाद आरोपी मोनू पंडित फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे महुआ से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है और हत्या के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई है और लोग इस हत्याकांड से स्तब्ध हैं।