Jaipur: बोगस फर्मों से जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफा

जयपुर: राजस्थान के वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा बोगस फर्मों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़े कर चोरी मामले का खुलासा हुआ है। राजस्थान जीएसटी टीम की प्रवर्तन शाखा ने बोगस फर्मों के खिलाफ कार्रवाई कर 11.67 करोड़ की टेक्स चोरी पकड़ी है। यह कार्रवाई वाणिज्यिक कर विभाग राजस्थान के मुख्य आयुक्त प्रकाश राजपुरोहित के निर्देशन में बोगस फर्मों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च अभियान के तहत की गई।
अभियान के तहत विभाग की प्रवर्तन शाखा द्वितीय की ओर से भिवाड़ी में सर्वेक्षण की कार्रवाई की गई, जिसमें विकास जैन पुत्र रमेश चंद जैन रोहिणी, सेक्टर-7, नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली द्वारा करापवंचन (टेक्स चोरी) की नीयत से टपूकड़ा, अलवर में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का रजिस्ट्रेशन करा लिया गया। इस कंपनी में दिल्ली स्थित 8 अस्तित्वहीन फर्मों से 65 करोड़ से ज्यादा के बोगस (फर्जी) बिलों के जरिए खरीद दिखाकर 11.67 करोड़ का आईजीएसटी आगत कर राजस्थान में प्रभात कुमार की फर्मों को पास ऑन किया गया। यानि प्रभात कुमार से टेक्स चोरी के लिए गठजोड़ किया गया। इस तरह विकास जैन ने अपनी कर विवरणियों में बिक्री दिखाकर 11.67 करोड़ की जीएसटी चोरी की।
प्रवर्तन शाखा द्वितीय की टीम ने प्रभात कुमार को 12 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था, जिसे कोर्ट ने 25 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं टीम ने दूसरे दिन भी टेक्स चोरी को लेकर बड़ी कार्रवाई की, जिसके तहत मेन आरोपी विकास जैन को 13 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह कार्रवाई आयुक्त प्रकाश राजपुरोहित के निर्देशन में कुलदीप कुमार सिंह, विशेष आयुक्त प्रवर्तन राजस्थान जयपुर, बाबू सिंह अतिरिक्त आयुक्त(प्रशासन) राज्य कर प्रवर्तन शाखा द्वितीय जयपुर के पर्यवेक्षण में प्रकाश सिंह शेखावत, उपायुक्त वृत सी, जितेंद्र कुमार गुप्ता घट द्वितीय द्वारा की गई। इनके अलावा टीम में मानसी शर्मा, प्रहलाद राम, राजेश कुमार यादव, रवि चौहान सहायक आयुक्त और अजीत सिंह, सुनील कुमार यादव, राहुल नाटाणी, नितिश माथुर, बिहारी लाल राज्य कर अधिकारी शामिल रहे।
