जयपुर: पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए तंज कसा है। गहलोत ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि केंद्र सरकार ने विपक्षी नेताओं को जेल में डालने और उनकी छवि खराब करने के लिए ईडी का दुरूपयोग किया।
हेमंत सोरेन, संजय राउत, संजय सिंह, कविता ऐसे तमाम विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता हैं. कोर्ट ने जमानत देते हुए ईडी को फटकार लगाई. कुछ नेताओं की गिरफ्तारी को अवैध बताया गया तो कुछ को जेल में रखने की मंशा को गलत माना गया और ईडी को निष्पक्षता से काम करने की हिदायत भी दी गई.
गहलोत ने कहा कि नेताओं को जेल में डालकर उनकी प्रतिष्ठा खराब कर दी: गहलोत ने कहा- यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन नेताओं को सिर्फ जमानत के लिए भी सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा, जबकि सुप्रीम कोर्ट का प्राथमिक काम जमानत देना नहीं है. इससे पता चलता है कि कैसे केंद्र की एनडीए सरकार ने केवल राजनीतिक प्रक्रिया को बाधित करने और विपक्षी नेताओं को जेल में डालकर उनकी विश्वसनीयता को धूमिल करने के लिए ईडी का दुरुपयोग किया है।गहलोत ने कहा- ईडी के अधिकारियों को सोचना चाहिए कि क्या उनकी जवाबदेही भारत के संविधान और अपने वेतन के लिए टैक्स देने वाली जनता के प्रति है या सिर्फ बीजेपी नेताओं के प्रति है. देश में सरकारें आएंगी और जाएंगी लेकिन इन प्रमुख एजेंसियों को अपनी छवि का ख्याल रखना चाहिए।
सीएम के गृह जिले के सरकारी अस्पताल में डायलिसिस मशीन खराब: गहलोत ने कहा- हमारी सरकार के दौरान राजस्थान के स्वास्थ्य मॉडल की चर्चा पूरे देश में होती थी. भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर में आज आलम यह है कि सरकारी अस्पताल में डायलिसिस मशीन एक माह से ख राब है, जिससे मरीज परेशान घूम रहे हैं। बाकी जिलों की स्थिति का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.