जयपुर: एक वृद्ध ने ब्याज माफियाओं से परेशान होकर की आत्महत्या, अब परिवार को परेशान कर रहे है ब्याज माफिया
राजस्थान क्राइम न्यूज़: जवाहर सर्किल थाना इलाके में ब्याज माफियाओं से लगातार मिल रही धमकी से प्रताड़ित होकर 68 वर्षीय वृद्ध ने आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। इसके बाद भी ब्याज माफिया मृतक और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार ने पुलिस से कई बार शिकायत की,लेकिन पुलिस ने मामला तक दर्ज नहीं किया। इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट की दखलंदाजी के बाद जवाहर सर्किल थाने में तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच अधिकारी एएसआई वेद प्रकाश ने बताया कि यह पूरा मामला मार्च 2020 का है और देशराज सिंह, कुंवर सिंह और प्रेम सिंह ब्याज पर पैसे देने का काम करते है। मालवीय नगर निवासी 74 वर्षीय हरिदास वैष्णव ने जमीन खरीदने के लिए उनसे ब्याज पर 8 लाख 15 हजार रुपए उधार लिए थे। और जून 2020 तक 5 लाख से ज्यादा रुपये लौटा भी दिए। लेकिन कोरोना के चलते बाकी पैसों के जल्द लौटाने की बात कही थी। अगस्त 2020 में तीनों आरोपी दो अन्य लोगों के साथ पीड़ित के घर में जबरन घुस आए और पीड़ित को परिवार सहित बंधक बना लिया। इसके साथ ही आरोपियों ने पीड़ित से 15 लाख रुपए की मांग की और जल्द रुपए नहीं देने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। इस पर पीड़ित अपनी पत्नी के साथ रुपयों का इंतजाम करने की बात कहकर बड़ी मुश्किल से घर से बाहर निकला और पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व ऑफिस पहुंचकर अपनी पीड़ा बताई। पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व के कहने पर पीड़ित दंपती को जवाहर सर्किल थाने में भेजा गया। लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसकी भनक लगते ही आरोपी पीड़ित के घर से फरार हो गए।आरोपियों ने सितंबर 2020 में पीड़ित हरिदास का अपहरण कर लिया और बरकत नगर में एक मकान में बंधक बनाकर रख लिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने पीड़ित की पत्नी शांति देवी को फोन पर धमकी दी और जल्द से जल्द 15 लाख रुपए का इंतजाम करने के लिए कहा। इसके साथ ही पुलिस में शिकायत करने पर पीड़ित और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। ब्याज माफिया से लगातार मिल रही धमकी से परेशान होकर पीड़ित की पत्नी शांति देवी ने 23 सितंबर 2020 को मालवीय नगर में ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। ब्याज माफियाओं ने पीड़ित को 3 दिन तक बंधक बनाने के बाद कुछ खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा कर छोड़ दिया और पीड़ित जब घर पहुंचा तो अपनी पत्नी को न पाकर उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाने जवाहर सर्किल थाने पहुंचा। जहां पुलिस ने पीड़ित को उसकी पत्नी की ओर से आत्महत्या करने की बात बताई। जिस पर पीड़ित ने पुलिस को पूरी आपबीती बताई और आरोपियों को पकड़ने की गुहार लगाई। इसके बावजूद भी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत दर्ज नहीं की। पीड़ित 1 साल से भी अधिक समय तक पुलिस के आला अधिकारियों के चक्कर काटता रहा। इसके बाद में पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के दखलंदाजी के बाद गुरुवार को जवाहर सर्किल थाने में ब्याज माफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। अभी भी ब्याज माफिया बेखौफ होकर घूम रहे हैं,पीड़ित और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने में लगे हुए हैं। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।