राजस्थान
Jaipur: सरकार तुलना में 31 गुना अधिक काम - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
Tara Tandi
10 Jan 2025 4:59 AM GMT
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Jaipur जयपुर । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान का हस्तशिल्प प्रदेश का गौरव है। यह हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लघु, मध्यम और बड़े उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई और प्रभावी नीतियां तैयार की हैं तथा स्टार्टअप क्षेत्र में भी नवाचार को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प के संरक्षण एवं संवर्धन से विकसित राजस्थान और आपणो अग्रणी राजस्थान का विजन साकार रूप लेगा।
श्री शर्मा गुरूवार को जोधपुर में पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस उत्सव के माध्यम से प्रदेश के हस्तशिल्प को बढ़ावा के साथ ही कारीगरों के लिए भी समृद्धि एवं रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे। राज्य की ब्लू पॉटरी, मार्बल के हस्तशिल्प, पीतल की कलाकृतियां, मिनिएचर पेंटिंग, काष्ठ कलाकृतियां, कपड़ा छपाई आदि दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। ऐसे में यह उत्सव प्रदेश की अद्भुत हस्तशिल्प कला के संरक्षण एवं संवर्धन का एक सशक्त मंच प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस उत्सव में राइजिंग राजस्थान के प्रयासों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
हस्तशिल्प का उत्थान राज्य सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 6 लाख से ज्यादा शिल्पकारों और कारीगरों के लिए हस्तशिल्प के क्षेत्र में प्रगति के नए रास्ते खोले जा रहे हैं। सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं, जिनमें कारीगरों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर प्रशिक्षण और विपणन जैसे अवसर प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के शिल्पकारों और कारीगरों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने के लिए कौशल विकास को बढ़ावा दे रही है। हाल ही में राजस्थान निर्यात संवर्धन नीति 2024 और एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) नीति जैसी पहल की गई हैं। जिलों की उत्कृष्ट हस्तशिल्प को ओडीओपी में शामिल कर विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
पीएम विश्वकर्मा योजना से आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम-
श्री शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के हस्तशिल्पियों और कलाकारों की कला को सम्मानित करने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरूआत की है। इस योजना में राज्य सरकार द्वारा 2 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान जारी कर उन्हें सक्षम एवं समृद्ध बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से कलाकारों को उचित प्रशिक्षण, ऋण सहायता और वैश्विक बाजार तक पहुंच मिल रही है जिससे वे आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी निभा सकें।
हस्तशिल्प, हैंडलूम और एमएसएमई के 50 नए क्लस्टर किए जाएंगे विकसित-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदर्शनी, कार्यशाला, सेमिनार आदि के आयोजन के लिए जयपुर में पीएम यूनिटी मॉल की स्थापना की जाएगी। साथ ही, प्रदेश में हस्तशिल्प, हैंडलूम और एमएसएमई के 50 नए क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि माटी कला से जुड़े प्रदेश के कलाकारों के उत्थान के लिए माटी कला उत्कृष्टता केंद्र, चयनित खादी ग्रामोद्योग संस्थाओं एवं समितियों के साथ ही बुनकर संघ से जुड़े बुनकरों को ऋण एवं सहायता उपलब्ध करवाना, नई पर्यटन इकाई नीति जैसे निर्णयों से हमारे शिल्पकारों को बढ़ावा मिलेगा।
हस्तशिल्प में नवाचार और तकनीक का हो रहा समावेश-
श्री शर्मा ने कहा कि हम पारंपरिक हस्तशिल्प कला को संरक्षित करने के साथ इसे नवाचार और आधुनिक तकनीक से जोड़ कर वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी उत्कृष्ट बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री 4.0 की ओर बढ़ने में हस्तशिल्प को तकनीकी नवाचार और स्मार्ट समाधानों का हिस्सा बनाना जरूरी है। राज्य सरकार द्वारा शिल्पकारों को भी स्मार्ट टेक्नोलॉजी एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़कर भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार अंत्योदय के संकल्प से साथ कार्य कर रही है। राज्य सरकार अंतिम पायदान पर खडे़ व्यक्ति के उत्थान को लेकर कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पांच वर्ष में 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों का लक्ष्य रखा है। इसी दिशा में राज्य सरकार ने अब तक लगभग 47 हजार पदों पर युवाओं को नियुक्तियों प्रदान की हैं। वहीं इसी माह में 13 हजार 500 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इसके साथ ही, लगभग 81 हजार सरकारी नौकरियों के लिए वर्ष 2025 में होने वाली परीक्षाओं का कलेण्डर जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा देने में लिए युवा नीति ला रही है।
इससे पहले मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने दीप प्रज्वलन कर हस्तशिल्प उत्सव का विधिवत शुभारंभ किया एवं उत्सव के केन्द्रीय पांडाल एवं बेट द्वारका का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘लूणी: समग्र विकास को समर्पित एक वर्ष’ विकास पुस्तिका, मसाला उद्योग से संबंधित फोल्डर एवं लघु उद्योग भारती के मुख पत्र लघु उद्योग टाइम्स का भी विमोचन किया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने 5 पाक विस्थापितांे को पट्टे भी वितरित किए।
कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री श्री के.के. बिश्नोई, जीव जंतु कल्याण बोर्ड अध्यक्ष श्री जसवंत सिंह विश्नोई, राज्यसभा सांसद श्री राजेंद्र गहलोत, विधायक श्री देवेन्द्र जोशी, श्री अतुल भंसाली, श्री बाबूसिंह राठौड़, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री निंबाराम, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री घनश्याम ओझा, लघु उद्योग भारती के संगठन मंत्री श्री प्रकाश जी सहित अन्य जनप्रतिनिधि व आमजन उपस्थित रहे।
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Tara Tandi
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