दो महिला टीचर को जेल, रेप मामले में कोर्ट ने सुनाया फैसला
राजस्थान। भैसावता कलां के सरकारी स्कूल में नाबालिग छात्रा से रेप के मामले में धमकाने और मोबाइल से डिजिटल सबूत मिटाने वाली दोनों महिला शिक्षकों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. महिला टीचर सुनीला और सुमित्रा दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मुख्य आरोपी प्रधानाध्यापक केशव यादव को भी आज न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया. पुलिस ने दोनों महिलाओं को छात्रा के मोबाइल से डेटा डिलीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. दोनों महिला शिक्षकों ने रेप की वारदात की जानकारी होने के बाद भी आरोपी के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया था.
थानाधिकारी भजना राम ने बताया कि दोनों शिक्षिकाओं ने छात्रा की आपबीती सुनने के बाद भी उसकी सहायता करने की बजाय उसे डराया और सबूत मिटाए थे. आरोपी हेडमास्टर ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं. आरोपी ने बताया कि तीन महीने पहले बच्ची से ऑनलाइन संपर्क में आया. उसके बाद 5 अक्टूबर को सुबह सुबह ही स्कूल की क्लास में बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात कर डाली. वारदात से पहले जब स्कूल खुले तो बच्ची से मोबाइल पर चैट करने लगा और अश्लील बातें करते हुए बच्ची को अश्लील फोटो भेजने लगा. बच्ची को अपने जाल में फंसाकर 5 अक्टूबर को उसके साथ क्लास रूम में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया.
घटना के बाद गिरफ्तार होने के बाद आरोपी केशव यादव अपने किए अपराध पर शर्मिंदा है. सिंघाना थानाधिकारी भजना राम ने बताया कि आरोपी हेडमास्टर को नींद नहीं आती और रातभर कांपता है. अपने किये पर पछतावा करते हुए हवालात में चक्कर काटता रहता है. आरोपी कुछ कर ना बैठे इसके लिए पुलिस ने हवालात के बाहर 24 घंटे एक कांस्टेबल को तैनात किया. अपने किये पर शर्मिंदा आरोपी केशव यादव ने खाना पीना भी कम कर दिया है.