राजस्थान

राजनेतिक पार्टियों द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को अनदेखा किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है: भंवर सेठ

Gulabi Jagat
18 April 2024 2:14 PM GMT
राजनेतिक पार्टियों द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को अनदेखा किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है: भंवर सेठ
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भीलवाडा। देश में शुरू हुए लोकसभा चुनावों हेतु विभिन्न राजनेतिक पार्टियों द्वारा जारी अपने घोषणा पत्रों (मेनिफेस्टो) में वरिष्ठ नागरीको की कमोबेश अनदेखी की गई है। वर्तमान में देश में 15 करोड़ से अधिक वरिष्ठ नागरिक है और वे सारे के सारे ही देश हित में अपने मतदान करते आए है। आने वाले कुछ वर्षों में इनकी संख्या तीव्र गति से बढ़ने वाली हे ऐसे में इन्हे अनदेखा किया जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। यह विचार अखिल भारतीय वरिष्ठ नागरिक महासंघ (आइस्कोन) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवम वरिष्ठ नागरिक संस्थान राजस्थान के अध्यक्ष भंवर सेठ ने आज आयोजित आइस्कॉन की ऑनलाइन बैठक में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि समाजिक सुरक्षा, सभी मान्यता प्राप्त प्राइवेट एवम सरकारी हॉस्पिटल्स में नि शुल्क उपचार, सम्मान जनक वृद्धावस्था पेंशन, निःशुल्क बीमा योजना, कोरोना में बंद किया गया रेलवे कन्सेशन एवम वरिष्ठ नागरिकों के लिए राष्ट्रीय नीति 1999 में आवश्यक संशोधन एवम 2007 में बने राज्यों के कानून में प्रस्तावित संशोधन के साथ उनकी प्रॉपर सुरक्षा, प्रत्येक जिले में डे केयर सेंटर की स्थापना आदि ऐसी अनेक समस्याएं हे जिनका निराकरण अत्यावश्यक है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश महामंत्री मदन खटोड़ ने बैठक में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आजकल राजनेतिक पार्टियां जाती, धर्म, संप्रदाय का विशेष ध्यान रखती हे परंतु वरिष्ठ नागरिक जो कि किसी एक जाति, धर्म या संप्रदाय से जुड़े हुए नही हे इसलिए उनकी ओर किसी भी पार्टिं का ध्यान नही जा रहा है। बैठक में सभी का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रिंसिपल वी के भदाने (धुले महाराष्ट्र) ने सभी को आश्वस्त किया कि इस संबंध में सभी राजनेतिक पार्टियों का ध्यान आकर्षित कर हमारी समस्याओं के निराकरण की पुरजोर मांग की जावेगी। बैठक का संचालन हरि सिधेया (मुंबई) ने किया। बैठक में पूरे देश के सभी राज्यो से कार्यकारिणी के सदस्यों ने भाग लिया और सभी ने अपने विचार रखते हुए निर्णय लिया कि अब किसी भी स्थिति में बुजुर्गो की उपेक्षा सहन नही की जावेगी और हमारे हितों की अनदेखी भी स्वीकार्य नहीं है।
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