राजस्थान

जोशी-खाचरियावास में दिखा रोचक मुकाबला; कृष्णा पूनिया की रेड से डरे विरोधी

SANTOSI TANDI
5 Aug 2023 8:21 AM GMT
जोशी-खाचरियावास में दिखा रोचक मुकाबला; कृष्णा पूनिया की रेड से डरे विरोधी
x
कृष्णा पूनिया की रेड से डरे विरोधी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम से शहरी व ग्रामीण ओलिंपिक की शुरुआत की। पैर में चोट लगने के बाद शनिवार को सीएम अशोक गहलोत पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आए। गहलोत ने कबड्‌डी के उद्घाटन मैच में टॉस किया।
दरअसल, कबड्‌डी का उद्घाटन मैच मंत्री-विधायकों के बीच खेला गया। इसमें 'ए टीम' के कप्तान खेल मंत्री अशोक चांदना थे। इसमें चांदना के साथ मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और कुछ खिलाड़ी मौजूद रहे। वहीं, 'बी टीम' के कप्तान मंत्री महेश जोशी रहे।
इसमें मंत्री लालचंद कटारिया और कृष्णा पूनिया, गोविंद राम मेघवाल शामिल थे। इस दौरान पांच अलग-अलग राउंड खेले गए। इसमें मंत्री महेश जोशी की टीम ने जीत दर्ज की।
इससे पहले एसएमएस स्टेडियम में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की 11 हजार 252 पंचायतों और 535 नगर निकाय में वर्चुअल ओलिंपिक की शुरुआत की।
राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल की प्रेसिडेंट कृष्णा पूनिया ने कबड्डी में रेड की।
राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल की प्रेसिडेंट कृष्णा पूनिया ने कबड्डी में रेड की।
58 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए
कार्यक्रम में CM अशोक गहलोत ने कहा- हिंदुस्तान के इतिहास में हमने पहली बार शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक की शुरुआत की है। क्योंकी राजस्थान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है।
मैं चाहता हूं, राजस्थान के हर खिलाड़ी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिले। इसलिए ओलिंपिक का आयोजन किया जा रहा है।
सीएम ने कहा- मुझे खुशी है कि पिछली बार 30 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इस बार 58 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं। राजस्थान को देखकर अब देश के दूसरे राज्यों में भी इस तरह के आयोजन करने की तैयारी की जा रही है।
जलदाय मंत्री महेश जोशी की टीम मुकाबले में भारी पड़ी और जीत दर्ज की।
जलदाय मंत्री महेश जोशी की टीम मुकाबले में भारी पड़ी और जीत दर्ज की।
ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक में 7-7 खेल प्रतियोगिता
इससे पहले खेल मंत्री अशोक चांदना ने बताया- 5 अगस्त से 18 सितम्बर तक आयोजित होने वाले राजीव गांधी ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक खेलों में 7-7 खेल प्रतियोगिता आयोजित होगी।
इनमें ग्रामीण ओलिंपिक में कबड्डी (बालक-बालिका वर्ग), शूटिंग बॉल (बालक वर्ग), टेनिस बॉल क्रिकेट (बालक-बालिका वर्ग), खो-खो (बालिका वर्ग), वॉलीबॉल (बालक-बालिका वर्ग), फुटबॉल (बालक-बालिका वर्ग) और रस्साकशी (बालिका वर्ग) प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
वहीं, शहरी ओलिंपिक में कबड्डी (बालक-बालिका वर्ग), टेनिस बॉल क्रिकेट (बालक-बालिका वर्ग), खो-खो (बालिका वर्ग), वॉलीबॉल (बालक-बालिका वर्ग), एथलेटिक्स (100 मी. 200 मी. एवं 400 मी.), फुटबॉल (बालक वर्ग), बास्केटबॉल (बालक-बालिका वर्ग) प्रतियोगिता होगी।
अपनी टीम की तरफ अशोक चांदना ने भी सामने से रेड की। हालांकि, उनकी टीम जीत नहीं सकी।
अपनी टीम की तरफ अशोक चांदना ने भी सामने से रेड की। हालांकि, उनकी टीम जीत नहीं सकी।
चांदना की टीम से प्रतापसिंह खाचरियावास भी रेड करने आए, लेकिन खाली हाथ लौटे।
चांदना की टीम से प्रतापसिंह खाचरियावास भी रेड करने आए, लेकिन खाली हाथ लौटे।
पैर में चोट लगने के बाद सीएम गहलोत पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे।
पैर में चोट लगने के बाद सीएम गहलोत पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे।
जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में हुए स्टेल लेवल के आयोजन में बड़ी संख्या खिलाड़ी भी मौजूद रहे।
जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में हुए स्टेल लेवल के आयोजन में बड़ी संख्या खिलाड़ी भी मौजूद रहे।
आयोजन का मकसद राजस्थानियों को फिट और हिट रखना
चांदना ने कहा कि इस अनूठे आयोजन का मकसद राजस्थानियों को फिट और हिट रखना है। इसमें राजस्थान के हर गली मोहल्ले गांव कस्बे और शहर के खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन करवाया है। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
जयपुर में लॉन्चिंग के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ।
जयपुर में लॉन्चिंग के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ।
ओलिंपिक के लिए होंगे 130 करोड़ खर्च
शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक के आयोजन को भव्य बनाने के लिए सरकार ने इस बार बजट में 90 करोड़ की बढ़ोतरी की है।
जहां पिछले साल सरकार ने 40 करोड़ रुपए खर्च कर ग्रामीण ओलिंपिक का आयोजन करवाया था। वहीं इस बार शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक के लिए कुल 130 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
सीएम ने शहरी और ग्रामीण खेलों में स्टेट लेवल पर जीतने वाली टीम के खिलाड़ियों के गांवों में मनरेगा से 50 लाख रुपए तक की लागत के स्टेडियम बनाने का फैसला किया है।
नागौर जिले के खींवसर में ग्रामीण ओलिंपिक खेलों के शुभारंभ किया गया। इस दौरान मैदान की साफ-सफाई नहीं दिखी।
नागौर जिले के खींवसर में ग्रामीण ओलिंपिक खेलों के शुभारंभ किया गया। इस दौरान मैदान की साफ-सफाई नहीं दिखी।
जो खिलाड़ी राज्य स्तर पर चैंपियन बनेंगे, उन्हें होमगार्ड भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी। शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक में मेडल विजेता खिलाड़ियों को सरकारी कॉलेज में एडमिशन में प्राथमिकता मिले, ऐसी योजना बनाई जाएगी।
जिला स्तर पर विजेता खिलाड़ियों को ट्रैक सूट और तहसील स्तर पर विजेता खिलाड़ियों को मेडल, सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। खेलों में भाग लेने वाले सभी लगभग 58.51 लाख खिलाड़ियों को टी-शर्ट उपलब्ध करवाई जाएगी।
बांसवाड़ा में ग्रामीण ओलिंपिक की शुरुआत के दौरान अधिकारियों ने खेला क्रिकेट।
बांसवाड़ा में ग्रामीण ओलिंपिक की शुरुआत के दौरान अधिकारियों ने खेला क्रिकेट।
युवा मामले एवं खेल विभाग के शासन सचिव नरेश ठकराल ने बताया कि इस बार ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 5 अगस्त से शुरू होगी। जो 10 अगस्त तक चलेंगी।
इसी प्रकार ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं 17 से 22 अगस्त और जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 1 से 6 सितम्बर जबकि राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं 15 से 18 सितम्बर तक होगी।
इसी तरह शहरी क्षेत्र में भी प्रारंभिक प्रतियोगिताएं 5 से 10 अगस्त के बीच होगी। इसी तरह जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 1 से 6 सितम्बर और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं 15 से 18 सितम्बर तक खेली जाएंगी।
Next Story