राजस्थान

आदर्श आचार संहिता लगते ही प्रभावी होगा एकीकृत नियंत्रण कक्ष, हर गतिविधि पर रहेगी नजर

Tara Tandi
12 March 2024 12:31 PM GMT
आदर्श आचार संहिता लगते ही प्रभावी होगा एकीकृत नियंत्रण कक्ष, हर गतिविधि पर रहेगी नजर
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डूंगरपु । जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह के निर्देश पर मंगलवार को आगामी लोकसभा आम चुनाव-2024 के तहत एकीकृत नियंत्रण कक्ष में अधिग्रहित किए गए कार्मिकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर कुलराज मीणा की अध्यक्षता में ईडीपी सभागार में मीडिया मॉनीटरिंग, सी-विजिल, जिला स्तरीय शिकायत निराकरण कक्ष, 1950 व जिला स्तरीय सामान्य नियंत्रण कक्ष के कार्मिकों को एसएलएमटी रमेश चंद्र जोशी, वैभव पाठक व अन्य दक्ष प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया। उप जिला निवर्पाचन अधिकारी कुलराज मीणा ने एकीकृत नियंत्रण कक्ष के समस्त कार्मिकों से कहा कि प्रशिक्षण में उपस्थित सभी कार्मिक अपने-अपने दायित्वों का पूर्णतः निर्वहन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। उन्होंने विधानसभा चुनाव के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षणार्थियों से सुझाव भी मांगे।
अतिरिक्त निदेशक डीओआईटी सुनील कुमार डामोर ने भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तैयार किए गए वोटर हेल्पलाइन एप, सी-विजिल, सक्षम, नो योअर कैंडीडेट के बारे में जानकारी दी। लोकसभा चुनाव में शराब व पैसा बांटने की शिकायत सी-विजिल एप पर दर्ज होगी। शिकायत दर्ज होने के सौ मिनट की समयावधि में सी-विजिल एप से कार्रवाई की जाएगी। इस एप के माध्यम से आमजन भी आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद निर्वाचन आयोग की ओर से गठित जिला स्तरीय टीम 100 मिनट में कार्रवाई कर अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी। निर्वाचन आयोग एप के माध्यम से इस कार्रवाई पर सीधी नजर रखेगा। उन्होंने बताया कि सी-विजिल एप को आपरेट करना भी बहुत आसान है। इसका उपयोग चुनाव की अधिसूचना लगने की तारीख से उल्लंघन की शिकायत के लिए किया जा सकता है। इसकी खासियत है कि यह केवल लाइव फोटो व वीडियो और एप के भीतर से ऑटो लोकेशन ही कैप्चर करता है ताकि उड़नदस्ते को कार्य करने के लिए डिजिटल साक्ष्य मिल सकें। इंटरनेट कनेक्टिविटी होना जरूरी है। इस एप को किसी भी स्मार्टफोन में अपलोड किया जा सकता है। इसके लिए मोबाइल फोन में कैमरा, इंटरनेट कनेक्टिविटी और जीपीएस एक्सेस होना जरूरी है।
प्रशिक्षकों ने प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, आउटडोर मीडिया, पेड न्यूज के निर्धारण की प्रक्रिया, पेड न्यूज का विश्लेषण एवं निर्णय, पेड न्यूज की जांच, मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनीटरिंग कमेटी की भूमिका और कार्य, विज्ञापन अधिप्रमाणन सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी। इस दौरान सहायक निदेशक मोतीलाल मीणा, जिला युवा अधिकारी प्रदीप कुमार मीणा, पीआरओ विपुल शर्मा, मास्टर ट्रेनर रमेशचन्द्र जोशी, वैभव पाठक सहित अन्य अधिकारी व 51 प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।
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