मदद की गुहार लगाती रही घायल मां, इलाज के अभाव में बेटे की हुई मौत
बाड़मेर। भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे सरहदी बाड़मेर (Barmer) जिले के पचपदरा बस दुखांतिका में कई लोगों की जान बचाने वाले देवदुतों का सम्मान जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किए जाने से आमजन को यह संदेश जरूर दिया था कि आप घायल व्यक्ति की पहले मदद करें. उनके इलाज के लिए उन्हें अस्पताल पहुंचाएं, ना कि वहां तमाशबीन बनकर वीडियो (Viral Video) बनाएं. लेकिन उसके एक सप्ताह के भीतर ही बालोतरा थाना क्षेत्र के इलाके में हुए सड़क हादसे में एक युवक ने तमाशबीन लोगों की वजह से दम तोड़ दिया. दरअसल देर शाम बिठुजा-बालोतरा सड़क मार्ग पर दो मोटरसाइकिल की आमने-सामने भीषण भिड़ंत हो गई.
भिड़ंत में एक मां अपने बेटे को गोदी में लेकर घायल अवस्था में तड़पता देख कर मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन वहां कई लोग तमाशबीन बनकर वीडियो बनाते रहे. किसी ने उस मां की मदद नहीं की और उसी का नतीजा हुआ कि उस युवक ने हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया.
जानकारी के मुताबिक, युवक असाडा निवासी महेंद्र कुमार अपनी मां कमला के साथ बाइक पर जा रहा था. बीच रास्ते में सामने से आ रही एक मोटरसाइकिल से टक्कर हो गई. हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के बाद तमाशबीन लोग वीडियो बनाते रहे. ऐसे में आज तमाशबीन लोगों पर यह बड़ा सवाल खड़ा होता है कि उनके लिए किसी की जिंदगी महत्वपूर्ण है या मौके पर खड़े होकर तमाशबीन बनकर वीडियोग्राफी करना. सरकार के ओर से भी अपील की गई है कि किसी भी हादसे के बाद सबसे पहले आमजन की यह प्राथमिकता होनी चाहिए कि वह घायल को उचित इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाए, ना कि वहां तमाशबीन बनकर वीडियो बनाएं.