अलवर न्यूज: बानसूर के युवा जागृति संस्थान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर युवाओं को साइबर सुरक्षा मित्र एवं साइबर सुरक्षा संगिनी कोर्स की जानकारी देकर साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।
सचिव गोकुल सैनी ने बानसूर आईटीआई कॉलेज एवं युवा जागृति संस्थान बानसूर पर वेबिनार आयोजित कर युवाओं को साइबर सुरक्षा की जानकारी दी, ताकि युवा जागरूक होकर भविष्य में होने वाले साइबर अपराधों से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें. उन्होंने साइबर अपराधों की प्रभावी रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। साथ ही साइबर सुरक्षा के तहत किए जाने वाले उपायों व शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी भी दी। वही बताया कि आजकल युवा इंटरनेट का अधिक मात्रा में उपयोग करते हैं, जिससे उनके साथ साइबर क्राइम और ब्लैक मेलिंग का खतरा अधिक होता है. जितनी तेजी से हम डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ रहे हैं, उतनी ही तेजी से साइबर क्राइम भी बढ़ रहे हैं। साल 2020 में जहां भारत कोरोना महामारी से लड़ रहा था, वहीं दूसरी ओर उसे साइबर-अटैक से भी जूझना पड़ा। जापान के बाद, भारत साइबर हमलों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या का शिकार हुआ है। ज्यादातर हमले बैंकिंग और बीमा क्षेत्र की कंपनियों पर हुए।
साइबर सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। अपने डाटा को कैसे सुरक्षित रखें। आधुनिक दूरसंचार उपकरणों जैसे कंप्यूटर, मोबाइल, इंटरनेट से संबंधित उपकरणों आदि का उपयोग करके लोगों को मानसिक, शारीरिक या अन्य प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीकों से नुकसान पहुंचाना साइबर अपराध की श्रेणी में आता है। साइबर अपराध किसी देश की सुरक्षा और वित्तीय स्वास्थ्य के लिए खतरा है। इंटरनेट पर ईमेल हैकर फिशिंग, फर्जी वेबसाइट ओटीपी, पर्सनल डाटा की जानकारी आदि के जरिए लोग इस तरह से फंसते हैं। यूजर के साथ की गई इस धोखाधड़ी को फिशिंग कहा जाता है। ऐसी घटनाओं को देखते हुए युवाओं को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक होना जरूरी हो गया है। साइबर सिक्योरिटी कोर्स के जरिए हम भविष्य में होने वाले डिजिटल साइबर अटैक से बच सकेंगे।