इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना राज्य में खाद्य सुरक्षा और पोषण को सुनिश्चित कर रहा है: जितेंद्र कुमार उपाध्याय
जयपुर। आईपीई ग्लोबल एवं राजस्थान सरकार के महिला एवं बाल विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 'मातृ एवं बाल पोषण परिणामों में सुधार के लिए 'कैश ट्रांसफर पर एक बहु-राज्य संवाद' के दौरान अपने विचार सांझा किये। राजस्थान सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव जितेंद्र कुमार उपाध्याय ने कहा कि, राजस्थान अपनी प्रमुख इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना (आईजीएमपीवाई) के माध्यम से राज्य में महिलाओं के पोषण में विशिष्ट रूप से सुधार कर रहा है।
जितेंद्र कुमार उपाध्याय ने कहा, राजस्थान में जन्म के समय कम वजन और बच्चों में दुबलेपन में सुधार लाने के लिए, आईजीएमपीवाई बच्चे के पहले 1000 दिनों यानि महिला के गर्भ धारण करने से लेकर बच्चे के दूसरे जन्मदिन तक, पर ध्यान केंद्रित करता है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार गर्भावस्था और प्रसव के बाद के परामर्श,टीकाकरण, पोषण, शिक्षा और लाभार्थियों के पहुंच में वृद्धि करने के लिए भी भी प्रयासरत है।
मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग के विशेष सहायक सी एल वर्मा ने राजस्थान में कैश ट्रांसफर की सफलता और राज्य की इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का समर्थन करने के लिए खान एवं भूविज्ञान विभाग की सराहना की। उन्होंने सभी पात्र महिलाओं को समयबद्ध कॅश ट्रांसफर के लिए आईजीएमपीवाई कैश ट्रांसफर प्रणाली विकसित करने में उनके समर्थन के लिए एन आई सी की भी सराहना की।
राजस्थान सरकार के आईसीडीएस के निदेशक रामावतार मीणा ने कहा कि, यह योजना बिल्कुल पेपर लेस है यानि लाभार्थी को योजना का लाभ लेने हेतु किसी प्रकार का फॉर्म नहीं भरना होता। इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य, महिला और बाल विकास और सूचना प्रौद्योगिकी विभागों के साथ प्रभावी समन्वय ने योजना की सफलता सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आईपीई ग्लोबल में सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के वरिष्ठ निदेशक राघवेश रंजन ने राजस्थान में आईजीएमपीवाई योजना के शुरुआत के अनुभवों के बारे में बात की और इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस प्रकार इस योजना में महिलाओं को एक अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए व्हवहार परिवर्तन को एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने विशेष रूप से राजस्थान में व्यवहार परिवर्तन हेतु क्रियान्वित एक डिजिटल अभियान का उल्लेख किया, जो की विशेष तौर से पुरुषों के लिए बनाया गया हैं ।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के संयोजन से राजस्थान की सभी गर्भवती और धात्री महिलाओं में से लगभग तीन चौथाई महिलाएं लाभान्वित होंगी। स्वास्थ्य संबंधी व्यवहारों और प्रसव पूर्व पंजीकरण में सुधार हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहा है । साथ ही यह प्रयास भी किये जा रहे हैं कि प्राप्त नकद गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और उनके बच्चों के पोषण पर ही खर्च हो ।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न राज्यों के नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने भारत में मातृ और बाल पोषण के संदर्भ में कैश ट्रांसफर कार्यक्रमों के डिजाइन और प्रभाव पर चर्चा की।
हेमांग शाह, निदेशक, बाल स्वास्थ्य और विकास, चिल्ड्रेन इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन ने स्वास्थ्य और पोषण परिणामों में सुधार के लिए वैश्विक कैश ट्रांसफर के अनुभवों से प्राप्त साक्ष्यों पर प्रकाश डाला । उन्होंने लक्षित परिणामों को प्राप्त करने के लिए, कैश ट्रांसफर के साथ -साथ, प्रासंगिक एसबीसीसी रणनीतियों के महत्व को भी रेखांकित किया।
कार्यक्रम के दौरान दो पैनल चर्चा हुईं । पहला पैनल देश में हो रहे कैश ट्रांसफर के कार्यक्रमों और नवाचारों पर केंद्रित था। इस पैनल में बिहार, छत्तीसगढ़, केरल, मध्य प्रदेश और ओडिशा सरकार के प्रतिनिधियों ने कैश प्लस कार्यक्रमों को क्रियान्वित करने के अनुभवों और सीखों को साझा किया। इसके साथ ही नकद हस्तांतरण योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने में आयी चुनौतियों और संभावित समाधानों पर भी चर्चा की गयी।
दूसरी पैनल चर्चा मातृ और शिशु पोषण से जुडी व्यवहारगत गतिविधियों, सामाजिक मानदंडों और लैंगिक मुद्दे पर केंद्रित रही। विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं सहित विविध पृष्ठभूमि के विशेषज्ञों ने चर्चा में भाग लिया तथा मातृ एवं शिशु पोषण के परिणामों में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु रणनीतियों पर विमर्श किया।
इस अवसर पर एक कॉफी टेबल बुक - नर्चरिंग चैंपियंस का विमोचन किया गया जो कि पांच आदिवासी जिलों से मातृ व बाल पोषण और कैश प्लस प्रोग्रामिंग की प्रेरणादायक कहानियों का संकलन है।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।