न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और ओमान के जवानों के बीच युद्धाभ्यास हुआ। इस अभ्यास को अल नजाह का नाम दिया गया है। इस दौरान कभी हेलिकॉप्टर की गड़गड़ाहट तो कभी तोपें गरज रही थीं।
बीकानेर के सीमावर्ती जिले की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और ओमान की रॉयल आर्मी के जवानों के बीच युद्धाभ्यास सम्पन्न हुआ। भारत और ओमान की सेनाओं के युद्धाभ्यास का आज अंतिम दिन था। इस अभ्यास को अल नजाह का नाम दिया गया है। महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुक्रवार को कभी हेलिकॉप्टर की गड़गड़ाहट तो कभी तोपें गरज रही थीं। इसके साथ ही कभी कभार बम ब्लास्ट की आवाज।
पिछले पंद्रह दिनों में भारत और ओमान की सेनाओं ने एक दूसरे से जो भी सीखा, उसका असल परिक्षण था। पहले भी भारत और ओमान की सेनाएं युद्धाभ्यास कर चुकी है। इन दोनों सेनाओं का तीसरा युद्धाभ्यास था, पूर्व में दो युद्धाभ्यास ओमान में हो चुके हैं। जबकि भारत में भी एक पहले हो चुका है। एक पखवाड़े तक चले इस युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय जवानों ने अपने पास मौजूद अत्याधुनिक हथियारों की ओमान के जवानों को जानकारी दी। युद्धाभ्यास के अंतिम दिन दोनों सेनाओं के वीरो हेलीकॉप्टर से रस्सी के जरिए नीचे उतरे। जहां इंडो ओमान की सेनाओं ने संयुक्त रूप से एक मकान में छिपे आतंकियों का खात्मा किया। साथ ही आतंकियों के कब्जे से ग्रामीणों को मुक्त कराया गया।
वहीं, दूसरे मकान में बंधक बनाए गए लोगों को भी आर्मी के जवानों ने रेस्क्यू किया। इस दौरान ब्रिगेडियर जितेश रेली ने कहा की भारतीय सेना के वीर जवानों और ओमान के सुल्तान की शाही सेना के जवानों ने संयुक्त युद्धाभ्यास कर अपना दमखम दिखाया है। उन्होंने कहा की ऐसे युद्धाभ्यासों से दो देशों की सेनाओं के सामने आ रही चुनौतियों से पार पाने में सफलता मिलती हैं। दोनों देशों की सैनाओ में आपसी समझ और सहयोग की भावना बढ़ती है।