
जयपुर में साइबर ठगी के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. बात करें तो इस वर्ष अगस्त माह तक के आंकड़ों की. तो जयपुर कमिश्नरेट के सभी थानों में इस साल 8 महीने में 207 प्रकरण दर्ज हुए है, जो कि पिछले दो सालों में बढ़े है. इससे पहले वर्ष 2021 में 172 और वर्ष 2020 में 174 प्रकरण सामने आए थे. हाल ही में जारी आंकड़े बता रहे है कि जयपुर में इस साल 2022 में साइबर ठगी के सबसे ज्यादा मामले जयपुर कमिश्नरेट के साउथ और ईस्ट जिले में देखने को मिले है. इस साल अगस्त महीने तक साउथ जिले में 61 और ईस्ट जिले में 52 केस दर्ज हुए. इसके अलावा नार्थ जिले में 26 प्रकरण, वेस्ट जिले में 42 और साइबर थाने में 26 केस दर्ज करवाए गए।वर्ष 2022 में अगस्त महीने तक जयपुर कमिश्नरेट के सभी थानों में कुल 207 केस दर्ज हुए. इनमें महज 16 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वहीं, 170 मामलों में अभी तक अनुसंधान जारी है. जबकि 13 केसों में जांच पूरी कर पुलिस ने चालान पेश किया। वहीं, 24 मामलों में आरोपियों का पता नहीं चलने पर एफआर लगा दी गई.
अगस्त 2022 तक पिछले तीन सालों के आंकड़े:
-वर्ष 2020 में 174 प्रकरण दर्ज, 84 आरोपी गिरफ्तार, 40 केसों में जांच पैंडिंग
-वर्ष 2021 में 172 प्रकरण दर्ज, 49 आरोपी गिरफ्तार, 36 केसों में जांच पैंडिंग
-वर्ष 2022 में 207 प्रकरण दर्ज, 16 आरोपी गिरफ्तार, 170 केसों में जांच पैंडिंग
इसी तरह, वर्ष 2021 में साइबर अपराध के आंकड़े भी लगभग वर्ष 2020 के बराबर रहे। यहां कुल 172 प्रकरण दर्ज हुए. इनमें 31 केसों में चालान पेश हुआ। 105 केस में एफआर पेश की गई। वहीं, 36 केसों में अनुसंधान पेंडिंग रखा गया. जबकि 49 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया. वर्ष 2021 में सबसे ज्यादा साइबर ठगी के मामले पूर्व जिले में आए। यहां 54 केस दर्ज हुए. इसके अलावा दक्षिण जिले में 38, पश्चिम जिले में 31, उत्तर जिले में 27 व साइबर थाने में 22 मुकदमे दर्ज हुए.
पिछले तीन सालों (2020-22 तक) में चालान और एफआर के आंकड़े:
-वर्ष 2020 में 174 प्रकरण दर्ज, 37 मुकदमों मे चालान पेश, 97 केस में एफआर
-वर्ष 2021 में 172 प्रकरण दर्ज, 31 मुकदमों में चालान पेश, 105 केस में एफआर
-वर्ष 2022 में 207 प्रकरण दर्ज, 13 मुकदमों में चालान पेश, 24 केस में एफआर
वर्ष 2020 में साइबर अपराध के कुल 174 प्रकरण दर्ज हुए. 37 केसों में अनुसंधान पूरा कर कोर्ट में चालान पेश किया गया. 97 मुकदमों में आरोपियों का पता नहीं और मामला झूठा पाए जाने पर एफआर लगा दी गई. वहीं, 40 मामलों में अभी भी जांच पैंडिंग है. वहीं, 84 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.पुलिस अधिकारियोें की माने तो लॉटरी खुलने, नौकरी दिलवाने, मोबाइल फोन रिचार्ज करवाने, बैंक अकाउंट अपडेट करने के अलावा कई बहानों से साइबर ठग ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे है.
इनमें ज्यादातर ठगी के अपराध राजस्थान के मेवात क्षेत्र, नोएडा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार व विदेशों में बैठे शातिर गैंग चला रहे है. ऐसे में पुलिस इन बदमाशों का पता लगाने में नाकाम रहती है। इससे आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी में ही लंबा वक्त बीत जाता है.साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस अधिकारी भी लगातार जागरूकता अभियान चलाकर लोगो से अपील करते है की किसी अनजान व्यक्ति के द्वारा की गई फोन कॉल व मैसेजों पर अपने बैंकों की गोपनीय जानकारी उपलब्ध नहीं करवाए. साइबर ठगी को रोकने के लिए सबसे अहम जरुरत है आम जागरुकता की.जिससे की साइबर क्राइम से बचा जा सके.
न्यूज़ क्रेडिट: firstindianews
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