राजस्थान

प्रभारी सचिव ने जिला स्तरीय बैठक में दिये निर्देश पेयजल

Tara Tandi
28 May 2024 11:22 AM GMT
प्रभारी सचिव ने जिला स्तरीय बैठक में दिये निर्देश पेयजल
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श्रीगंगानगर, 28 मई। गंगानगर जिले के प्रभारी सचिव एवं प्रमुख शासन सचिव कृषि, उद्यान एवं पंचायतीराज श्री वैभग गलरिया ने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए विद्युत, जलदाय व स्वास्थ्य विभाग आपसी समन्वय रखते हुए आमजन को राहत दें। विद्युत व स्वच्छ पेयजल आपूर्ति नियमित बनाये रखने के लिये विद्युत आपूर्ति भी बनाये रखें।
श्री गलरिया मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल में विभागीय अधिकारियों की जिला स्तरीय बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पेयजल परियोजनाओं व सार्वजनिक डिग्गियों में पेयजल का पर्याप्त भण्डारण रखें। पेयजल आपूर्ति नियमित बनाये रखें तथा अंतिम छोर तक पानी पहुंचना चाहिए। जिन गांवों में पेयजल की समस्या सामने आये, वहां पर टैंकरों से पेयजल सप्लाई करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिले में कहीं भी ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत आने पर विद्युत विभाग तत्काल ट्रांसफार्मर बदलने का कार्य करे तथा फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों, अधिकारियों को सतर्क रखें। उन्होंने विद्युत अधिकारियों को निर्देशित किया कि बार-बार ट्रिपिंग न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाये।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग अत्यधिक गर्मी व लू-तापघात को लेकर चिकित्सीय संस्थानों में पर्याप्त व्यवस्था रखें तथा मेडिसीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होनी चाहिए। बैठक में जानकारी दी गई कि मेडिसीन की पर्याप्त सप्लाई उपलब्ध है। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि पेयजल परियोजनाओं में जलापूर्ति के लिये पौण्ड लेवल जहां-जहां है, उसे बनाये रखें।
श्री गलरिया ने कहा कि अधिकारीगण क्षेत्र का दौरा करें तथा रात्रि चौपाल के कार्यक्रम में आमजन की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करने का प्रयास करें। विशेष रूप से विद्युत, पेयजल व चिकित्सा की समस्याओं का तत्काल निपटारा किया जाये। क्षेत्र में नशे की प्रवृति को रोकने के लिये आमजन को जागरूक किया जाये। जिला प्रशासन द्वारा करवाये जा रहे जन जागरूकता कार्यक्रम पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने निर्देश दिये कि जिस व्यक्ति ने नशा छोड़ दिया है, उनके माध्यम से नशा छोड़ने का संदेश देना ज्यादा प्रभावी रहेगा। इसके अलावा राजीविका, स्वयं सहायता समूहों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और विद्यार्थियों के माध्यम से भी नशा एक बुराई है, का संदेश दिया जाये।
प्रभारी सचिव ने कहा कि वर्षा ऋतु शुरू होने से पहले पौधारोपण की तैयारी कर ली जाये। विभागों, नागरिकों को पौधारोपण के प्रति जागरूक कर अभियान में शामिल किया जाये। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण जितना जरूरी है, उतना ही पौधे की सुरक्षा करना जरूरी है। उन्होंने खाद्य सुरक्षा, मेडिकल स्टोर के नियमित निरीक्षण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शहर में सीवरेज कार्य को लेकर आरयूआईडीपी द्वारा जो कार्य किया जा रहा है, उस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आमजन को कम से कम परेशानी हो तथा कार्य निर्धारित गुणवत्ता के साथ किया जाना चाहिए।
जिला कलक्टर श्री लोकबंधु ने बताया कि गर्मी के मौसम में पेयजल विभाग, विद्युत को आवश्यक निर्देश देकर अलर्ट कर दिया गया है। पेयजल आपूर्ति नियमित की जा रही है। जहां कहीं समस्याएं सामने आई, उसका निस्तारण किया गया। अंतिम छोर पर बसे परिवारों को पेयजल की समस्या आने पर टैंकरों से जलापूर्ति के निर्देश एसडीएम व बीडीओ को दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण एवं जल संचय को लेकर विभागों को निर्देशित किया गया है। विभागीय अधिकारी अपने अधीनस्थ कार्यालयों में भी जल संरक्षण को लेकर हार्वेस्टिंग सिस्टम को उपयोगी बनायेंगे तथा यह सुनिश्चित करेंगे कि संस्थान में जल का दुरूपयोग नहीं हो रहा है।
जिला कलक्टर ने बताया कि वृक्षारोपण को लेकर लक्ष्य निर्धारित कर दिये गये हैं तथा वर्षा शुरू होने से पहले सभी तैयारियां सुनिश्चित कर ली जायेंगी। गंगानगर-अनूपगढ़ जिले में 3025 हैक्टर पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित है। दोनों जिलों में 21 नर्सरियों मे पौधे तैयार किये गये हैं। उन्होंने बताया कि समस्त प्रकरणों की नियमित समीक्षा की जा रही है। ज्यादा प्रकरण लम्बित नहीं है तथा प्रगति संतोषजनक है। उन्होंने बताया कि मौसमी बीमारियों को लेकर टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं। डोर-टू-डोर सर्वे करवाया गया है एवं एंटी लार्वा गतिविधियां जारी हैं। शिक्षण संस्थानों, नरेगा श्रमिकों व आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को राहत दी गई है। सभी विभागों में ई-फाईलिंग शुरू कर दी गई है और निरन्तर डिस्पोजल टाईम में सुधार जारी है।
उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के दौरान आमजन के साथ-साथ पशु-पक्षियों का भी ध्यान रखा जा रहा है। सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर पक्षियों के लिये भी परिण्डे लगाने का अभियान चलाया जा रहा है। गौशालाओं में पानी और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है। गौशालाओं का भौतिक सत्यापन करवाया गया है तथा अनुदान भी समय पर जारी किया गया है। खाद्य सुरक्षा से संबंधित नियमित जांच व नमूने लिये जा रहे हैं। जिला मुख्यालय के साथ-साथ उपखण्ड स्तर पर भी अधिकारियों को पेयजल, विद्युत एवं हीट वेव से बचाव के लिये निरन्तर मॉनिटरिंग के निर्देश दिये गये हैं।
पुलिस अधीक्षक श्री गौरव यादव ने बताया कि जिले में नशे की प्रवृति पर अंकुश लगाने के लिये जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा ऑपरेशन सीमा संकल्प चलाया जा रहा है। इसके तहत नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी आमजन को नशे की बुराई से सावचेत किया जा रहा है। नशे के विरूद्ध अभियान को लेकर पोस्टर प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें 1500 से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हुई। बनाई गई पोस्टर को पुलिस परिसर में प्रदर्शनी के रूप में लगाया गया है। नशे के कारोबार में लिप्त व्यक्ति द्वारा राजकीय भूमि पर बनाये गये निर्माण को ध्वस्त किया गया है तथा इस तरह की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।
बैठक में एडीएम प्रशासन श्री वीरेन्द्र सिंह चौधरी, एडीएम सतर्कता श्री नरेन्द्र पाल सिंह, सीईओ जिला परिषद श्री मृदुल सिंह, प्रशिक्षु आईएएस श्री रजत यादव, न्यास सचिव श्री कैलाशचन्द्र शर्मा, आयुक्त नगरपरिषद श्री यशपाल आहूजा, सहायक निदेशक लोक सेवाएं श्री ऋषभ जैन, आबकारी अधिकारी श्रीमती रीना छिम्पा, एसडीएम श्रीमती जीतू कुल्हरी, जिला रसद अधिकारी श्रीमती सुमित्रा बिश्नोई, श्री धीरज चावला, श्री एलएस मान, श्री आशीष गुप्ता, डॉ. दीपक मोंगा, डॉ. अजय सिंगला, डॉ. नरेश गुप्ता, श्री दिलीप सिंह राठौड़, जीएसटी से उपायुक्त श्री ललित पारीक, सहायक आयुक्त श्री सन्नी प्रताप त्रिपाठी, श्री अशोक कुमार मित्तल, उपनिदेशक बीमा श्री राजेश हजारा सहित अन्य विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। (फोटो सहित)
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